Soybean vs Meat : अंडा, मांस और दूध से भी ज़्यादा ताक़तवर है यह सस्ती सी चीज़, शाकाहारी इसे कहते हैं खज़ाना
News India Live, Digital Desk: Soybean vs Meat : जब भी शरीर में प्रोटीन की कमी या ताक़त बढ़ाने की बात आती है, तो हमारे दिमाग़ में सबसे पहले अंडा, दूध या मांस का ख़याल आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे किचन में ही एक ऐसी सस्ती और छोटी सी चीज़ मौजूद है, जिसमें इन सबसे कहीं ज़्यादा प्रोटीन और ताक़त छिपी है?
हम बात कर रहे हैं सोयाबीन की।
सोयाबीन, जिसे अक्सर लोग सिर्फ़ 'सोया चंक्स' या 'बड़ियों' के रूप में जानते हैं, असल में गुणों का भंडार है। यह शाकाहारियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। विज्ञान भी मानता है कि प्रोटीन के मामले में सोयाबीन ने बड़ी-बड़ी नॉन-वेज चीज़ों को भी पीछे छोड़ दिया है।
आइए, जानते हैं कि यह छोटी सी दिखने वाली चीज़ आपके शरीर के लिए क्या-क्या कमाल कर सकती है।
क्यों है सोयाबीन इतना ख़ास? (The Power of Soybean)
- प्रोटीन का पावरहाउस: सबसे बड़ी बात! 100 ग्राम सोयाबीन में लगभग 36-40 ग्राम प्रोटीन होता है, जो कि उसी मात्रा के अंडे (लगभग 13 ग्राम) या चिकन (लगभग 27 ग्राम) से कहीं ज़्यादा है। यह मांसपेशियों को बनाने और शरीर की मरम्मत के लिए बेहद ज़रूरी है।
- हड्डियों को बनाए फौलादी: इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है, जो हमारी हड्डियों को मज़बूत बनाता है। बढ़ती उम्र में हड्डियों के कमज़ोर होने (ऑस्टियोपोरोसिस) के ख़तरे को यह कम करता है।
- दिल का सच्चा दोस्त: सोयाबीन ख़राब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करता है, जिससे हमारा दिल स्वस्थ रहता है और दिल से जुड़ी बीमारियों का ख़तरा कम होता है।
- दिमाग़ को रखे दुरुस्त: यह मानसिक संतुलन को बेहतर बनाने और दिमाग़ को तेज़ करने में भी मददगार माना गया है।
- वज़न कंट्रोल करने में सहायक: प्रोटीन से भरपूर होने की वजह से, थोड़ा सा सोयाबीन खाने पर भी पेट काफ़ी देर तक भरा रहता है। इससे आप बेवजह खाने से बचते हैं और वज़न कंट्रोल में रहता है।
सोयाबीन को अपनी डाइट में कैसे शामिल करें?
सोयाबीन को खाने के कई स्वादिष्ट और आसान तरीक़े हैं:
- सोयाबीन की सब्ज़ी: यह सबसे आम तरीक़ा है। आप सोया चंक्स (बड़ियों) की स्वादिष्ट सब्ज़ी बना सकते हैं।
- भुना हुआ सोयाबीन: आप सोयाबीन के दानों को भूनकर एक हेल्दी स्नैक्स की तरह भी खा सकते हैं।
- सोया दूध या टोफ़ू (सोया पनीर): जो लोग साधारण दूध या पनीर नहीं पचा पाते, उनके लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है।
- आटे में मिलाकर: आप सोयाबीन को पीसकर उसके आटे को अपने रोज़ाना के गेहूं के आटे में मिलाकर रोटियां बना सकते हैं।
संक्षेप में, अगर आप कम ख़र्च में अपने शरीर को भरपूर पोषण और ताक़त देना चाहते हैं, तो सोयाबीन से बेहतर कुछ नहीं। अगली बार जब आप अपनी शॉपिंग लिस्ट बनाएं, तो इस छोटे पैकेट, बड़े धमाके को उसमें शामिल करना न भूलें!
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