Smart Temple Technology : तिरुपति बालाजी ने कर दिखाया, देश का पहला AI-पावर्ड कमांड सेंटर, ड्रोन से होगी भीड़ की निगरानी

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News India Live, Digital Desk: Smart Temple Technology : भारत में पहली बार ऐसा होने जा रहा है जब आस्था और आधुनिक तकनीक का एक जबरदस्त संगम देखने को मिलेगा! जी हाँ, प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर ने देश का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से चलने वाला कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (AICCC) लॉन्च करने की तैयारी कर ली है। यह कदम मंदिर आने वाले लाखों भक्तों के अनुभव को बेहतर बनाने, सुरक्षा को मजबूत करने और पूरे सिस्टम को पहले से भी ज्यादा प्रभावी बनाने वाला है। कल्पना कीजिए, अब आपके दर्शन से लेकर लड्डू की व्यवस्था तक, सब कुछ हाई-टेक तरीके से मैनेज होगा!

कैसे काम करेगा यह हाई-टेक सिस्टम?

इस AI-पावर्ड सेंटर को बेंगलुरु की कंपनी 'केटीके नेटवर्क्स' ने 178 करोड़ रुपये के भारी-भरकम प्रोजेक्ट के साथ तैयार किया है। ये सेंटर सिर्फ एक कंट्रोल रूम नहीं, बल्कि पूरे मंदिर परिसर पर अपनी 'नज़र' रखेगा।

  • हर कोने पर नज़र: मंदिर में 110 हाई-डेफिनिशन (HD) कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें AI क्षमताएँ और 'पैन-टिल्ट-जूम' (PTZ) टेक्नोलॉजी है। ये कैमरे हर गतिविधि पर पैनी नज़र रखेंगे।
  • ड्रोन की उड़ती नज़र: अब मंदिर में ड्रोन भी उड़ेंगे, जो भीड़ की रियल-टाइम जानकारी देंगे और आपातकालीन स्थितियों को तुरंत भांप लेंगे।
  • फेसियल रिकॉग्निशन: सुरक्षा के लिए इसमें चेहरे की पहचान करने वाली तकनीक (Facial Recognition) भी शामिल होगी, जिससे VIPs और संदिग्ध लोगों की तुरंत पहचान की जा सकेगी।
  • ऑटोमैटिक सब कुछ: कतारें कितनी लंबी हैं, इसका अनुमान लगाने के लिए सेंसर लगाए जाएंगे। लड्डू वितरण और हुंडी में चढ़े पैसों की गिनती भी ऑटोमैटिक तरीके से होगी।
  • कम्युनिकेशन हुआ तेज: अब कोई भी गड़बड़ी होने पर सिस्टम अपने आप अलर्ट भेज देगा, जिससे तुरंत एक्शन लिया जा सकेगा।

फायदे ही फायदे!

यह सिस्टम सिर्फ भीड़ कंट्रोल नहीं करेगा, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मदद पहुँचाने, आपातकालीन स्थिति में तुरंत संदेश भेजने और संचार को और भी प्रभावी बनाने में मदद करेगा। मंदिर के सभी रिसोर्सेज का सबसे सही इस्तेमाल हो पाएगा। कुल मिलाकर, यह पहल मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और सुविधा, दोनों में ही एक बड़ा सुधार लाएगी। यह टेक्नोलॉजी भारत के अन्य धार्मिक स्थलों के लिए भी एक मिसाल कायम कर सकती है!

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