Shilpa Shinde Interview : आखिर क्यों शिल्पा शिंदे को इंडस्ट्री से नफरत हो गई? कड़वा सच जानकर हैरान रह जाएंगे
News India Live, Digital Desk : आज हम बात कर रहे हैं हम सब की चहेती शिल्पा शिंदे (Shilpa Shinde) के बारे में। जी हाँ, वही हम सबकी पुरानी 'अंगूरी भाभी' (सही पकड़े हैं!), जिन्होंने अपनी एक्टिंग से सबको खूब हंसाया। लेकिन सबको हंसाने वाला इंसान जब खुद रोता है, तो आवाज़ किसी को सुनाई नहीं देती। शिल्पा ने हाल ही में टीवी इंडस्ट्री की उस सच्चाई से पर्दा उठाया है, जिसे अक्सर कालीन के नीचे छुपा दिया जाता है।
शिल्पा का दर्द: "वो मैं ही जानती हूँ..."
शिल्पा शिंदे ने हाल ही में अपने दिल की बात कही। उन्होंने कहा, "जो मैंने फेस (Face) किया है, वो सिर्फ मुझे पता है।"
सोचिए, यह एक लाइन कितनी भारी है। अक्सर जब कोई सेलिब्रिटी विवादों में आता है, तो लोग तरह-तरह की बातें बनाते हैं। शिल्पा के साथ भी यही हुआ। जब उन्होंने 'भाबीजी घर पर हैं' शो छोड़ा था, तो उन्हें अनप्रोफेशनल कहा गया, इंडस्ट्री से बॉयकॉट तक करने की बातें हुईं।
शिल्पा का कहना है कि लोग सिर्फ बाहर की चीजें देखते हैं—पैसे, फेम और ग्लवर। लेकिन उस दौरान वो जिस मानसिक तनाव, डिप्रेशन और अकेलेपन से गुजरीं, उसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। उन्होंने यह भी इशारा किया कि इस इंडस्ट्री में जब आप "हाँ में हाँ" नहीं मिलाते, तो आपके लिए दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं।
खुद को संभाला और खड़ी हुईं
शिल्पा बताती हैं कि एक वक्त ऐसा था जब सब कुछ अंधेरे जैसा लग रहा था। डिप्रेशन इतना हावी था कि मन में बहुत बुरे ख्याल आते थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने आप को समझाया कि जीवन सिर्फ काम या इंडस्ट्री तक सीमित नहीं है।
सबसे बड़ी बात जो उन्होंने कही—वह यह है कि इंसान को "झुकना" नहीं चाहिए अगर वह सही है। उन्होंने अपनी लड़ाई लड़ी, 'बिग बॉस' जीता और साबित कर दिया कि शेरनी को पिंजरे में नहीं कैद किया जा सकता।
आज की सीख
शिल्पा शिंदे की बातें हम सबके लिए एक सबक हैं। चाहे वो टीवी इंडस्ट्री हो या कोई और नौकरी—मानसिक शांति (Mental Peace) से बढ़कर कुछ नहीं है। शिल्पा ने दिखाया कि बुरे वक्त के बाद अच्छा वक्त जरूर आता है, बस खुद पर भरोसा होना चाहिए।
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