Senior Teacher Recruitment : राजस्थान पेपर लीक कांड का मोस्ट वांटेड आरोपी शेर सिंह मीणा आखिरकार गिरफ्तार

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News India Live, Digital Desk: Senior Teacher Recruitment : राजस्थान में लाखों युवाओं के सपनों को बेचने वाले पेपर लीक कांड के सबसे बड़े चेहरों में से एक आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। डेढ़ साल की लंबी फरारी... 1600 किलोमीटर की दूरी... और पहचान छिपाने के लिए एक ट्रक हेल्पर का भेष। यह फिल्मी लगने वाली कहानी है राजस्थान के मोस्ट वांटेड अपराधी शेर सिंह मीणा की, जिसे राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने ओडिशा से गिरफ्तार कर लिया है।

डीजल हेल्पर बनकर काट रहा था फरारी

कानून की नजरों से बचने के लिए शेर सिंह मीणा ने ऐसा भेष बदला था कि कोई उसे पहचान ही न सके। वह राजस्थान से लगभग 1600 किलोमीटर दूर ओडिशा में एक ट्रक पर डीजल भरने वाले हेल्पर के तौर पर काम कर रहा था। वह लगातार अपना ठिकाना और ट्रक बदलता रहता था, ताकि पुलिस की पकड़ में न आ सके। उसे लग रहा था कि इतनी दूर और इस नए रूप में उसे कोई नहीं पकड़ पाएगा।

SOG ने ऐसे बिछाया जाल

भले ही शेर सिंह ने अपनी पहचान छिपा ली थी, लेकिन वह SOG के रडार से बच नहीं सका। SOG की टीमें पिछले कई महीनों से उसके पीछे लगी हुई थीं। आखिरकार, साइबर टीम की तकनीकी मदद से उसकी लोकेशन ओडिशा में ट्रेस हुई। लोकेशन कन्फर्म होते ही SOG ने बिना कोई देरी किए एक टीम ओडिशा भेजी और एक सटीक ऑपरेशन में उसे वहीं दबोच लिया।

क्यों इतना अहम है शेर सिंह मीणा?

शेर सिंह मीणा पर वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 का पेपर लीक करने का मुख्य आरोप है। उस पर राजस्थान पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। वह इस गैंग के मुख्य सरगना माने जाने वाले 'गुरुजी' भूपेंद्र सारण का सबसे करीबी और इस पूरे रैकेट का एक अहम खिलाड़ी है। उसी ने चलती बस में अभ्यर्थियों को पेपर सॉल्व करवाया था।

शेर सिंह की गिरफ्तारी को पेपर लीक मामले में SOG की अब तक की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक माना जा रहा है। अब उसे ट्रांजिट रिमांड पर जयपुर लाया जाएगा, जहां उससे होने वाली पूछताछ के बाद इस रैकेट से जुड़े और भी कई बड़े नामों और राज से पर्दा उठने की उम्मीद है।

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