Shani Sade Sati: क्या वाकई सब बुरा होता है? जानिए शनिदेव को दोस्त बनाने का सबसे आसान तरीका
News India Live, Digital Desk: हम भारतीयों के मन में 'शनि' (Shani Dev) का नाम आते ही एक अजीब सा डर बैठ जाता है। जैसे ही कोई पंडित जी कहते हैं कि "तुम्हारी साढ़े साती चल रही है," तो हमें लगता है कि अब तो जीवन में सब कुछ बुरा ही होगा। लेकिन, जरा रुकिए और गहरी सांस लीजिए। क्या आप जानते हैं कि शनि देव को ज्योतिष में 'विलेन' नहीं बल्कि 'न्याय का देवता' (Lord of Justice) कहा गया है?
सच्चाई यह है कि शनि देव हमें बेवजह परेशान नहीं करते। वे सिर्फ एक सख्त टीचर की तरह हैं, जो हमें हमारे पुराने कर्मों का हिसाब-किताब और जीवन जीने का सही सलीका सिखाने आते हैं।
अगर आप भी इस दौर से गुजर रहे हैं और मानसिक तनाव, काम में रुकावट या आर्थिक तंगी महसूस कर रहे हैं, तो डरने के बजाय इन सरल, सात्विक और परखे हुए उपायों को अपनाएं।
शनि को मनाने के लिए क्या करें?
आपको इसके लिए बहुत पैसे खर्च करने या जटिल पूजा-पाठ की जरूरत नहीं है। शनि देव तो बस भाव और कर्म के भूखे हैं।
1. हनुमान जी की शरण—सबसे बड़ा रक्षा कवच
यह माना जाता है कि जो व्यक्ति हनुमान जी (Lord Hanuman) की भक्ति करता है, शनि देव उसका बाल भी बांका नहीं करते। हर मंगलवार और शनिवार को अगर आप सच्चे मन से हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करते हैं, तो आपके अंदर का डर खत्म हो जाएगा और आत्मविश्वास लौटेगा।
2. गरीबों की मदद—यही असली पूजा है
शनि कर्मों के कारक हैं। उन्हें तेल चढ़ाने से ज्यादा खुशी तब मिलती है जब आप किसी जरूरतमंद, मजदूर या असहाय व्यक्ति की मदद करते हैं। शनिवार के दिन किसी गरीब को भोजन करा दें या किसी को काले वस्त्र या जूते दान करें। यकीन मानिए, उनकी दुआएं किसी भी ग्रह दोष को काट सकती हैं।
3. पीपल के पेड़ की सेवा
शाम के समय, जब सूरज ढल रहा हो, पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीया जलाना बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मन को बहुत शांति मिलती है। अगर हो सके तो 'ओम शं शनिश्चराय नमः' मंत्र का जाप भी मन ही मन करते रहें।
4. छाया दान (Shadow Donation)
यह एक बहुत पुराना और अचूक उपाय माना गया है। शनिवार की सुबह एक कटोरी में थोड़ा सरसों का तेल लें, उसमें अपना चेहरा देखें और फिर उस तेल को किसी मांगने वाले को दान कर दें। इसे 'छाया दान' कहते हैं, जिसका अर्थ है अपने ऊपर आए कष्ट को दान कर देना।
5. आचरण शुद्ध रखें
सबसे महत्वपूर्ण बात—साढ़े साती के दौरान झूठ बोलने, धोखा देने या किसी का दिल दुखाने से बचें। मांस-मदिरा से दूरी बनाना भी इस समय आपको बहुत राहत देता है।
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