पंजाब की राजनीति में फिर मचा बवाल क्या सच में सिद्धू को मिला था 500 करोड़ का ऑफर?
News India Live, Digital Desk : पंजाब की राजनीति और नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) का नाम आए दिन सुर्ख़ियों में रहता है। सिद्धू अपनी शायरी और बयानों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस बार धमाका उन्होंने नहीं, बल्कि उनकी धर्मपत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने किया है। उन्होंने एक इंटरव्यू में ऐसा दावा कर दिया है, जिसे सुनकर बड़े-बड़े नेताओं के पसीने छूट गए हैं और जनता अपना सिर खुजा रही है।
"500 करोड़ और सीएम की कुर्सी ले लो"
डॉ. नवजोत कौर ने दावा किया है कि एक समय ऐसा था जब उनके पति (नवजोत सिंह सिद्धू) को खरीदने के लिए 500 करोड़ रुपये का भारी-भरकम ऑफर दिया गया था। जी हाँ, आपने सही पढ़ा 500 करोड़!
कौर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का नाम लेते हुए इशारा किया कि जब सिद्धू बीजेपी छोड़कर दूसरी राह तलाश रहे थे, तब उन्हें आम आदमी पार्टी (AAP) ज्वाइन करने के लिए यह लालच दिया गया था। साथ ही पंजाब का मुख्यमंत्री (CM) बनाने का वादा भी था।
उनका कहना है कि, "मेरे पति (सिद्धू) पैसों के भूखे नहीं हैं, उन्होंने एक झटके में उस ऑफर को लात मार दी, क्योंकि वे पंजाब के हित से समझौता नहीं करना चाहते थे।"
विपक्ष ने पकड़ लिया सिर: "ये कौन सा मज़ाक है?"
जैसे ही यह इंटरव्यू वायरल हुआ, विपक्षी पार्टियां (BJP, अकाली दल और खुद AAP) सिद्धू परिवार पर टूट पड़ीं। उनका कहना है कि यह सिर्फ खुद को 'महान' दिखाने का एक ड्रामा है।
- इनकम टैक्स कहां है? विपक्ष के नेता मज़ाक में कह रहे हैं कि अगर किसी के पास इतना काला धन था जो वो देने आया था, तो सिद्धू जी ने उस वक्त पुलिस या इनकम टैक्स को क्यों नहीं बताया?
- सबूत कहाँ हैं? विरोधियों का कहना है कि "मुंह है तो कुछ भी बोल दोगे क्या?" इतनी बड़ी रकम का ज़िक्र करना और वो भी बिना किसी सबूत के, यह राजनीति में विश्वसनीयता (Credibility) का सवाल है।
- अभी क्यों बोलीं? सवाल यह भी उठ रहा है कि सालों पुरानी बात अब अचानक क्यों याद आई? क्या सिद्धू की राजनीति को फिर से जिन्दा करने के लिए यह पासा फेंका गया है?
सच क्या है?
नवजोत कौर ने अपनी बात कह दी, विपक्ष ने उसे झुठला दिया। लेकिन इन सब में एक बात तो साफ़ है—सिद्धू 'पिक्चर' से बाहर नहीं रह सकते। चाहे उनकी कमेंट्री हो, उनके कपड़े हों, या अब ये 500 करोड़ वाला किस्सा, वो जानते हैं कि चर्चा में कैसे रहना है।
आम जनता तो बस यही सोच रही है कि "भाई, 500 करोड़ तो बहुत होते हैं! क्या वाकई कोई नेता इसे ठुकरा सकता है?" सच जो भी हो, लेकिन इस बयान ने पंजाब के ठंडे पड़े राजनीतिक मौसम में गर्मी जरूर पैदा कर दी है।
अब देखना होगा कि क्या अरविंद केजरीवाल या उनकी पार्टी इस गंभीर आरोप पर कोई जवाब देती है या इसे 'चुनावी जुमला' समझकर इग्नोर कर देती है।
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