सांसों पर संकट! 'बहुत खराब' हुई दिल्ली की हवा, पराली के धुएं ने तोड़ा सीजन का रिकॉर्ड

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दिल्ली वालों के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है। दो दिन तक 'खराब' श्रेणी में रहने के बाद रविवार को राजधानी की हवा और जहरीली होकर 'बहुत खराब' कैटेगरी में पहुंच गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, रविवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 315 दर्ज किया गया, जो शनिवार के 292 से कहीं ज्यादा है। हालात इतने बुरे हैं कि आनंद विहार में तो AQI 421 के 'गंभीर' स्तर पर पहुंच गया।

इस बिगड़ती स्थिति के बीच, प्रदूषण की जानकारी देने वाले सरकारी सिस्टम में भी बड़ी तकनीकी खराबी आ गई, जिससे लोगों तक सही समय पर जानकारी नहीं पहुंच सकी।

सरकारी सिस्टम फेल, प्रदूषण लेवल हाई

हैरानी की बात यह है कि जिस दिन दिल्ली की हवा इतनी खराब हुई, उसी दिन CPCB का सर्वर बैठ गया। शाम 4 बजे जारी होने वाला डेली एयर क्वालिटी बुलेटिन, सर्वर में खराबी के कारण रविवार को रात 11 बजे जारी किया गया। CPCB की 'समीर' ऐप पर भी दोपहर के बाद कोई डेटा अपडेट नहीं हुआ, जिससे लोग दिनभर परेशान रहे। अधिकारियों ने बताया कि शहर के 39 स्टेशन डेटा तो इकट्ठा कर रहे थे, लेकिन सर्वर फेल होने की वजह से उसे वेबसाइट और ऐप पर नहीं दिखाया जा सका।

क्यों घुट रहा है दिल्ली का दम?

दिल्ली की हवा के इस हाल के लिए सिर्फ लोकल प्रदूषण ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्यों से आ रहा धुआं भी बड़ा जिम्मेदार है। रविवार को प्रदूषण में पराली जलाने का योगदान इस सीजन में सबसे ज्यादा रहा। केंद्र के डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) के मुताबिक, रविवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं का हिस्सा 3.71% था। इसके अलावा, दिल्ली के अपने वाहनों से निकलने वाला धुआं (15.5%) भी प्रदूषण बढ़ाने में बड़ा योगदान दे रहा है।

क्या कदम उठा रही है सरकार?

दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण पहले से ही लागू है। 19 अक्टूबर को जैसे ही AQI 300 के पार गया था, इसे लागू कर दिया गया था। इसके तहत दिल्ली में दूसरी राज्यों से आने वाली डीजल बसों (BS-VI को छोड़कर) पर रोक है और लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। अगर AQI 400 के पार जाता है, तो GRAP का तीसरा चरण लागू किया जाएगा, जिसमें और भी सख्त पाबंदियां लगाई जाएंगी।

आगे क्या होगा?

मौसम विभाग के अर्ली वार्निंग सिस्टम (EWS) का अनुमान है कि सोमवार को भी दिल्ली की हवा 'बहुत खराब' श्रेणी में ही रहेगी। हालांकि, 28 और 29 अक्टूबर को हवा की रफ्तार थोड़ी बढ़ने की उम्मीद है, जिससे प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार हो सकता है और AQI 'खराब' कैटेगरी में वापस आ सकता है। लेकिन खतरा अभी टला नहीं है।

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