22 साल की उम्र में छोड़ा अभिनय, 300 से ज़्यादा फ़िल्मों का रिकॉर्ड: छोटे अमिताभ बच्चन रवि वालेचा की ज़बरदस्त बिज़नेस जर्नी

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नई दिल्ली: बॉलीवुड में कई ऐसे सितारे हैं जिन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत की और बाद में इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई। लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने शोहरत की बुलंदियों पर पहुंचकर भी अभिनय की दुनिया को अलविदा कह दिया और पूरी तरह से व्यवसाय में उतर गए। ऐसे ही एकRemarkable शख्सियत हैं रवि वालेचा, जिन्हें 'मास्टर रवि' के नाम से भी जाना जाता है। कभी 'छोटे अमिताभ बच्चन' के तौर पर मशहूर रवि वालेचा ने महज़ 4 साल की उम्र में एक्टिंग डेब्यू किया था और मात्र 22 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कहकर एक सफल बिजनेसमैन बनने का रास्ता चुना।

4 साल की उम्र से फिल्मी सफर, 300 से ज्यादा फिल्मों में काम
रवि वालेचा ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1975 में फिल्म 'फ़कीरा' से की थी। इसके बाद उन्होंने 'कूलि', 'अमर अकबर एंथनी', 'मिस्टर नटवरलाल', 'यादों की बारात', 'सीता और गीता', 'करज', 'परछाई' और 'देश प्रेमी' जैसी कई बड़ी और सफल फिल्मों में युवा अमिताभ बच्चन और अन्य दिग्गज अभिनेताओं जैसे दिलीप कुमार और ऋषि कपूर के साथ काम किया। बाल कलाकार के तौर पर उन्हें इतनी ज़्यादा लोकप्रियता मिली कि उनका नाम 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स' में भी दर्ज है। उन्होंने 300 से भी ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया, एक ऐसा रिकॉर्ड जो आज तक कायम है।

छोड़ी ग्लैमर की दुनिया, बने बिज़नेस टाइकून
जैसे-जैसे रवि बड़े हुए, उन्होंने कुछ टीवी शो भी किए, लेकिन इसके बाद उन्होंने एक्टिंग की दुनिया से पूरी तरह किनारा कर लिया। अभिनय से बनाई पहचान को छोड़कर, रवि ने पूरी तरह से अलग क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने होटल मैनेजमेंट और इंटरनेशनल बिज़नेस में मास्टर्स की डिग्री हासिल की और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में अपना व्यवसाय शुरू किया। पिछले दो दशकों से वे इस क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और आज एक बहुत सफल बिजनेसमैन हैं, जिनकी कंपनी की वैल्यूएशन करोड़ों में बताई जाती है। आज रवि वालेचा भारत की बड़ी प्राइवेट सेक्टर की बैंकों को अपनी सेवाएं देते हैं और युवाओं को पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और हॉस्पिटैलिटी स्किल्स सिखाने में भी मदद करते हैं।

भले ही आज रवि वालेचा ग्लैमर की दुनिया से दूर हैं, लेकिन वह एक बेहद लग्जरीयस जीवन जीते हैं और अपनी सफलता का आनंद ले रहे हैं। वह इस बात का प्रमाण हैं कि सही दिशा और कड़ी मेहनत से कोई भी अपना रास्ता बना सकता है।

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