रांची के बस स्टैंड होंगे अब चकाचक 48 करोड़ खर्च कर सरकार देगी एयरपोर्ट जैसी फील, पढ़िए क्या क्या बदलेगा

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News India Live, Digital Desk : अगर आप राजधानी रांची (Ranchi) में रहते हैं या अक्सर यहाँ बस से आते-जाते हैं, तो एक दर्द हम सबने महसूस किया है। वो है बस स्टैंड की गंदगी, अव्यवस्था और यात्रियों के लिए सुविधाओं की कमी। खासकर बारिश के दिनों में तो कीचड़ और जाम से बुरा हाल हो जाता है।

लेकिन दोस्तों, अब लगता है कि ये 'अच्छे दिन' आने वाले हैं। झारखंड सरकार ने रांची की पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को सुधरने के लिए अपनी तिजोरी खोल दी है। ताज़ा खबर यह है कि रांची के दो प्रमुख बस टर्मिनलों को अब "राष्ट्रीय मानक" (National Standard) यानी नेशनल लेवल का बनाया जाएगा। इसके लिए पूरे 48 करोड़ रुपये मंजूर भी हो गए हैं।

आइये, आसान शब्दों में समझते हैं कि सरकार का प्लान क्या है और इसका फायदा आम जनता को कैसे मिलेगा।

खादगढ़ा और ITI बस स्टैंड का बदलेगा नक्शा
राजधानी के दो सबसे व्यस्त बस अड्डे— खादगढ़ा (बिरसा मुंडा बस टर्मिनल) और आईटीआई (ITI) बस स्टैंड—अब पूरी तरह मॉडर्न होने वाले हैं। नगर विकास विभाग (Urban Development Department) ने जुडको (JUIDCO) के जरिये इन दोनों टर्मिनलों को अपग्रेड करने का फैसला लिया है।

मकसद साफ़ है—जैसे आप एयरपोर्ट पर जाते हैं और वहां साफ-सफाई, बैठने की अच्छी व्यवस्था और खाने-पीने की दुकानें मिलती हैं, वैसी ही सुविधाएं अब बस यात्रियों को भी मिलनी चाहिए।

48 करोड़ में क्या-क्या होगा?
सरकार ने जो बजट पास किया है, उससे यहाँ का कायाकल्प किया जाएगा।

  1. सुविधाजनक वेटिंग हॉल: यात्रियों को अब धूप या बारिश में बाहर खड़ा नहीं होना पड़ेगा। मॉडर्न वेटिंग हॉल बनाए जाएंगे जहाँ आप आराम से अपनी बस का इंतज़ार कर सकें।
  2. दुकानें और कैफेटेरिया: बस स्टैंड परिसर में ही अच्छी दुकानें और खाने-पीने की साफ़-सुथरी जगहें बनाई जाएंगी।
  3. पार्किंग और सुरक्षा: गाड़ियों के लिए व्यवस्थित पार्किंग और सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और बेहतर लाइटिंग की व्यवस्था होगी।
  4. गंदगी से आज़ादी: सबसे ज्यादा फोकस साफ़-सफाई और टॉयलेट्स को वर्ल्ड क्लास बनाने पर रहेगा।

क्यों जरूरी था यह फैसला?
रांची अब स्मार्ट सिटी की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में शहर का बस स्टैंड ही अगर पुराना और खस्ताहाल दिखे, तो यह शहर की छवि के लिए अच्छा नहीं है। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों पर भी इसका ख़राब असर पड़ता है। इन दोनों टर्मिनलों के रिनोवेशन (Renovation) से न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि शहर का ट्रैफिक भी सुधरेगा।

कब शुरू होगा काम?
विभाग ने प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है, और अब टेंडर की प्रक्रिया के बाद जल्द ही जमीन पर काम शुरू होने की उम्मीद है।

हमारी राय
यह वाकई में एक बहुत जरूरी कदम था। बस यात्रा आम आदमी की लाइफलाइन है। अगर वहां सुविधाएं बेहतर होंगी, तो सफर का मज़ा दोगुना हो जाएगा। उम्मीद है कि यह काम कागजों से निकलकर जल्दी पूरा होगा।

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