Rabri Devi New Bungalow : नीतीश कुमार के पड़ोस में अब रहेंगी रालोसपा नेता राबड़ी देवी क्या पक रही है कोई नई खिचड़ी?

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News India Live, Digital Desk : Rabri Devi New Bungalow : बिहार की राजनीति (Bihar Politics) को समझना टेढ़ी खीर है। यहाँ कब कौन दोस्त बन जाए और कब कौन दुश्मन, यह भगवान भी शायद ही बता पाएं। एक तरफ खबरें आ रही हैं कि नीतीश कुमार और लालू परिवार के बीच खटास बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ पटना के पॉश इलाके से एक ऐसी खबर आई है जिसने सबको चौंका दिया है।

पूर्व मुख्यमंत्री और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी (Rabri Devi) को बिहार सरकार ने एक नया और बेहद खास बंगला अलॉट किया है। खास बात यह बंगला नहीं है, खास है इसकी "लोकेशन"।

आइए, एकदम आसान भाषा में समझते हैं कि पटना के 1 अणे मार्ग (CM House) के आसपास आखिर चल क्या रहा है।

लालू की पत्नी को मिला सीएम का 'पड़ोस'

अभी तक पूरा लालू परिवार 10, सर्कुलर रोड वाले उस मशहूर बंगले में रहता था, जो राबड़ी देवी के नाम पर ही है। यह बंगला आरजेडी की राजनीति का पावर सेंटर माना जाता है। लेकिन अब, भवन निर्माण विभाग ने राबड़ी देवी को 39, हार्डिंग रोड (39, Harding Road) का बंगला आवंटित कर दिया है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि यह नया घर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास (1, Anne Marg) से महज 200 मीटर की दूरी पर है। जी हाँ, इसे 'बैकडोर नेबर' (पिछले दरवाजे का पड़ोसी) भी कहा जा सकता है।

सियासी गलियारों में चर्चा क्यों है?

यह खबर इसलिए बड़ी है क्योंकि अभी कुछ ही घंटे पहले खबर आई थी कि लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव से उनका सरकारी बंगला वापस ले लिया गया है और उसे एक जेडीयू मंत्री को दे दिया गया। लोगों को लगा कि नीतीश सरकार लालू परिवार पर सख्त हो रही है।

लेकिन ठीक उसके बाद, राबड़ी देवी को इतना "हाई-प्रोफाइल" और सुरक्षित जोन वाला बंगला देना कई सवाल खड़े करता है।

  • सवाल 1: क्या यह महज एक सरकारी प्रक्रिया है क्योंकि राबड़ी देवी विधान परिषद में विपक्ष की नेता हैं?
  • सवाल 2: या फिर नीतीश कुमार अपनी पुरानी रणनीति "दोस्तों को करीब रखो, और विरोधियों को उससे भी करीब" पर काम कर रहे हैं?

क्या बदल जाएगा लालू का ठिकाना?

फिलहाल यह साफ नहीं है कि राबड़ी देवी और लालू यादव 10, सर्कुलर रोड को छोड़कर इस नए बंगले में शिफ्ट होंगे या नहीं। 10 सर्कुलर रोड से उनकी बहुत सारी यादें जुड़ी हैं। हो सकता है कि 39 हार्डिंग रोड का इस्तेमाल उनके कार्यालय या मेहमानों के लिए किया जाए।

लेकिन एक बात तो तय है, मुख्यमंत्री आवास और राबड़ी देवी के नए आवास के बीच की यह "दूरी कम होना" बिहार की राजनीति में नए गॉसिप को जन्म दे रहा है।

वैसे, बिहार में जब बंगले बदलते हैं, तो अक्सर सरकारें भी हिल जाती हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि हार्डिंग रोड का यह नया पता आरजेडी और जेडीयू के रिश्तों में कौन सा नया मोड़ लाता है।

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