Punjab Politics : सुखबीर बादल ने पार्टी के बड़े नेता जगदीप चीमा को दिखाया बाहर का रास्ता
News India Live, Digital Desk: Punjab Politics : पंजाब की सियासत में आजकल अकाली दल (Shiromani Akali Dal) काफ़ी सुर्खियों में है. पार्टी ने एक बार फिर अपनी अनुशासनात्मक कार्रवाई का सख्त चेहरा दिखाया है. सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal), जो पार्टी अध्यक्ष हैं, ने अपने ही वरिष्ठ नेता जगदीप सिंह चीमा (Jagdeep Cheema) को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. यह फैसला 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' (anti-party activities) में शामिल होने के आरोप के बाद लिया गया है, जिससे पंजाब के राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छिड़ गई है.
अकाली दल हमेशा से ही अपने कठोर अनुशासन के लिए जाना जाता रहा है, और यह नया फैसला भी इसी परंपरा का हिस्सा है. जगदीप चीमा (Jagdeep Singh Cheema) को तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया गया है, जो एक नेता के तौर पर उनके लिए बड़ा झटका है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कार्रवाई पार्टी के भीतर की उन शिकायतों और जाँच रिपोर्टों के बाद हुई, जिनमें चीमा पर पार्टी लाइन से हटकर काम करने के आरोप लगे थे.
सुखबीर बादल (Sukhbir Badal) का यह कड़ा रुख दर्शाता है कि पार्टी हाईकमान (party high command) किसी भी हाल में आंतरिक विद्रोह या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है. यह उस समय आया है जब अकाली दल राज्य में अपनी राजनीतिक ज़मीन मज़बूत करने की कोशिश कर रहा है और ऐसे में ऐसे बड़े फैसले से यह भी साफ संदेश जा रहा है कि पार्टी संगठन की एकजुटता सबसे ऊपर है.
अब यह देखना होगा कि जगदीप चीमा के इस निष्कासन का पार्टी पर और पंजाब की राजनीति पर क्या असर पड़ता है. क्या इससे अकाली दल मज़बूत होगा, या इसका कोई नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है, यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा. फ़िलहाल, इस फैसले से राजनीतिक पंडितों को नए समीकरणों की चर्चा करने का मौका मिल गया है.
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