Punjab Police : अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास पर विजिलेंस का छापा
News India Live, Digital Desk: पंजाब की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल तेज है। इसी बीच, बड़े अकाली नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास पर विजिलेंस ब्यूरो (Vigilance Bureau) ने आज एक बड़ा छापा मारा है। इस छापेमारी के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए मजीठिया के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और सियासी गलियारों में भी गहमागहमी तेज हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार, विजिलेंस की टीम मजीठिया के घर और उनकी प्रॉपर्टी से संबंधित विभिन्न दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है। हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया है कि यह छापेमारी किस विशेष मामले या आरोप के सिलसिले में की गई है। बिक्रम मजीठिया पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के दामाद और सुखबीर सिंह बादल के साले हैं, जो उन्हें शिरोमणि अकाली दल का एक बेहद प्रभावशाली और महत्वपूर्ण चेहरा बनाता है। उन पर ड्रग तस्करी और भ्रष्टाचार से संबंधित कई आरोप लगते रहे हैं, जिनके लिए उन्हें अतीत में जांच का सामना भी करना पड़ा है।
विजिलेंस ब्यूरो द्वारा की गई यह कार्रवाई इसलिए भी अहम है क्योंकि वर्तमान में पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार है। 'आप' ने सत्ता में आने से पहले और आने के बाद भी भ्रष्टाचार के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाई है। सरकार लगातार पिछली सरकारों के कथित भ्रष्टाचार मामलों की जांच कराने का दावा कर रही है। ऐसे में मजीठिया जैसे हाई-प्रोफाइल नेता के घर पर छापा पड़ना, 'आप' सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और अकाली दल के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका है।
विजिलेंस विभाग के अधिकारियों ने अभी तक छापेमारी को लेकर कोई विस्तृत आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई भ्रष्टाचार से जुड़े किसी विशिष्ट मामले की जांच के तहत की जा रही है। मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल, जिसमें सशस्त्र जवान भी शामिल थे, यह सुनिश्चित कर रहा था कि जांच शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न फैले। अकाली दल ने इन छापों को राजनीतिक बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया है, जबकि 'आप' सरकार इसे न्यायोचित जांच का हिस्सा बता रही है। पंजाब की जनता और सियासी गलियारे इस बात पर कड़ी नज़र रखे हुए हैं कि इस छापेमारी का आगे क्या परिणाम निकलता है और क्या मजीठिया पर कोई नए आरोप लगते हैं।
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