Protein Deficiency Symptoms : शरीर में प्रोटीन की कमी के ये 5 संकेत कभी नज़रअंदाज़ न करें, वरना पड़ सकता है भारी

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News India Live, Digital Desk: Protein Deficiency Symptoms :  प्रोटीन, हमारे शरीर के लिए एक बेहद ज़रूरी पोषक तत्व है. इसे शरीर का बिल्डिंग ब्लॉक (building block) कहा जाता है, क्योंकि यह न सिर्फ मांसपेशियों (muscles) को बनाने और उनकी मरम्मत करने का काम करता है, बल्कि बाल (hair), नाखून (nails), त्वचा (skin), हॉर्मोन (hormones) और एंजाइम (enzymes) तक को बनाने में इसकी अहम भूमिका होती है. सोचिए, अगर हमारे शरीर में इसकी कमी हो जाए, तो क्या होगा? अक्सर हम छोटी-मोटी दिक्कतों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन कभी-कभी यही लापरवाही बहुत महंगी पड़ सकती है. अगर शरीर में प्रोटीन की कमी (protein deficiency) हो रही है, तो हमारा शरीर हमें कुछ खास संकेत देता है. इन संकेतों को पहचानना बहुत ज़रूरी है.

तो, आइए जानते हैं शरीर में प्रोटीन की कमी के ऐसे 5 संकेत जिन्हें बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए:

  1. कमज़ोर बाल और नाखून (Weak hair and nails):
    अगर आपके बाल लगातार झड़ रहे हैं, रूखे-सूखे और बेजान लग रहे हैं, या आपके नाखून बहुत कमज़ोर होकर टूट रहे हैं, तो यह प्रोटीन की कमी का एक बड़ा संकेत हो सकता है. प्रोटीन ही बालों और नाखूनों को मज़बूती और चमक देता है.
  2. थकान और कमज़ोरी (Fatigue and weakness):
    बिना कोई बड़ा काम किए भी अगर आपको हर वक्त थकान महसूस होती है, या शारीरिक कमज़ोरी और सुस्ती रहती है, तो यह संकेत है कि आपके शरीर में ऊर्जा (energy) और मांसपेशियों की मज़बूती के लिए पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिल पा रहा है.
  3. शरीर पर सूजन आना (Swelling on body):
    खासकर पेट (belly), पैरों (feet) और टखनों (ankles) में सूजन (edema) आना प्रोटीन की कमी का एक गंभीर लक्षण हो सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रोटीन तरल पदार्थों को नियंत्रित करने में मदद करता है, और इसकी कमी से शरीर में पानी जमा होने लगता है.
  4. बार-बार बीमार पड़ना (Frequent illness):
    अगर आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) कमज़ोर हो गई है और आप अक्सर सर्दी-खांसी या दूसरे इन्फेक्शन्स (infections) की चपेट में आ जाते हैं, तो यह प्रोटीन की कमी का सीधा-सीधा इशारा है. एंटीबॉडी (antibodies) और इम्यून सिस्टम (immune system) को मज़बूत रखने के लिए प्रोटीन बहुत ज़रूरी है.
  5. घावों का धीरे भरना (Slow healing of wounds):
    चोट लगने या घाव होने पर अगर वे सामान्य से ज़्यादा समय ले रहे हैं ठीक होने में, तो समझ लीजिए कि आपके शरीर को पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिल पा रहा है. प्रोटीन नई कोशिकाओं (new cells) और टिश्यू (tissue) के निर्माण में मदद करता है, जिससे घाव जल्दी भरते हैं.

इन लक्षणों को हल्के में लेना ठीक नहीं. अगर आप ऐसे किसी भी संकेत को लगातार महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और अपनी डाइट में प्रोटीन से भरपूर चीज़ें जैसे दालें, अंडे, दूध, पनीर, सोया, मांस, मछली को ज़रूर शामिल करें. आपकी सेहत सबसे पहले है!

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