रांची, 30 सितंबर (हि.स.)। स्वच्छ भारत अभियान के तहत भारत सरकार की ओर से 14 सितंबर से दो अक्टूबर तक “स्वच्छता ही सेवा” जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत सोमवार को पिरामल फाउंडेशन की ‘क्लाइमेट एंड सस्टेनेबिलिटी’ टीम, पेयजल और स्वच्छता विभाग (रांची) और जल शक्ति मंत्रालय के सहयोग से झारखंड में विभिन्न कार्यक्रमों का अयोजन कर रही है। इसी क्रम में कांके और ओरमांझी ब्लॉक के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण गतिविधियों का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और स्वच्छता के महत्व को समझाना रहा।
प्रत्येक वर्ष स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के तहत कचरा सफाई अभियान चलाया जाता है, लेकिन कचरे का सही तरीके से निपटान नहीं हो पाता है। कचरा गांव की गलियों में या किसी अन्य स्थान पर जमा कर दिया जाता है या जला दिया जाता है। इस वर्ष, पिरामल फाउंडेशन के गांधी फ़ेलो ने इस समस्या को पहचाना और कचरे के सही निपटान के लिए एक विस्तृत योजना बनाई। इसके तहत मुस्कान एंटरप्राइज़ नामक संस्था, जो प्लास्टिक कचरे को एकत्र कर प्रोसेस करती है, के साथ सहयोग स्थापित किया गया। गांधी फ़ेलो ने यह सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाई कि कैसे कचरा संग्रहण वाहन कांके और ओरमांझी ब्लॉक के गाँवों में संचालित हों और कचरे को सही तरीके से डंप यार्ड तक पहुंचाया जाए।
कांके ब्लॉक के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी ने इस कार्य की सराहना करते हुए इसे सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत को आधिकारिक पत्र भेजा। पिरामल फाउंडेशन के गांधी फ़ेलो सुजॉय दास, विकास कुमार, प्रज्ञा गार्गी, प्रियंका यादव, प्रद्युम्न मिश्रा, प्रस्तुति दत्ता और टीम लीडर कृति रानी मौजूद थीं।