Political storm in Bihar: चिराग को मंत्री पद छोड़ बिहार आने की चुनौती, वहीं मुकेश सहनी को NDA में खुला न्योता

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News India Live, Digital Desk: Political storm in Bihar: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है. लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के बिहार की राजनीति में पूरी तरह लौटने की अटकलें जोर-शोर से चल रही हैं. खुद चिराग पासवान (Chirag Paswan) भी बिहार लौटने की इच्छा जता चुके हैं, और उनकी पार्टी एलजेपी (आर) के कई नेताओं ने भी कार्यकर्ताओं की ओर से उनके विधानसभा चुनाव लड़ने की मांग की है. चिराग पासवान ने हाल ही में राज्य की बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर नीतीश सरकार (Nitish Government) पर जमकर हमला बोला था और यहाँ तक कह दिया था कि उन्हें इस बात का दुख है कि वह इस सरकार का (केंद्रीय स्तर पर) हिस्सा हैं.

संतोष सुमन का चिराग पर निशाना: "दिल्ली छोड़ो, एक नाव पर सवार हो!"
इस बीच, नीतीश सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन (Santosh Kumar Suman), जो हम सेक्युलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं, ने चिराग पासवान को सीधा चुनौती दी है. उन्होंने कहा, "अगर चिराग पासवान की बिहार आने की इच्छा है तो निश्चित रूप से अब उनको केंद्र की जिम्मेदारी छोड़ कर बिहार आ जाना चाहिए. जनता में विश्वास जगाना होगा कि हम दो नाव पर नहीं, एक नाव पर हैं." एक निजी चैनल (न्यूज़18) से बातचीत में सुमन ने कहा कि लोकतंत्र में किसी को रोका नहीं जा सकता और चिराग बिहार आने के लिए स्वतंत्र हैं, "हम उनका स्वागत करते हैं." यह बयान सीधे तौर पर चिराग पर अपनी प्रतिबद्धता स्पष्ट करने का दबाव डाल रहा है.

संतोष सुमन ने मुकेश सहनी को NDA में दिया 'बड़ा' ऑफर: "60 सीट नहीं मिलेगी, यहीं आओ!"
नीतीश सरकार में मंत्री संतोष कुमार सुमन ने सिर्फ चिराग पर ही निशाना नहीं साधा, उन्होंने विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) को भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में वापस आने का खुला न्योता दे दिया है. सुमन ने दावा किया, "तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) किसी हाल में मुकेश सहनी को 60 सीट देने वाले नहीं हैं." उन्होंने कहा कि महागठबंधन में "अंदर कुछ और ही मामला चल रहा है," और सहनी का मन वहाँ से "भर गया है." संतोष सुमन ने वीआईपी प्रमुख से अपील की कि उनके लिए एनडीए ही बेहतर है, क्योंकि एनडीए ही उनके समाज (निषाद समाज) को आगे बढ़ा सकता है, और समाज भी एनडीए की विचारधारा में है. सुमन ने कहा कि "मुझे खुशी होगी कि अगर वह (मुकेश सहनी) एनडीए के साथी बनते हैं और बिहार के विकास में साथ चलते हैं." यह प्रस्ताव बिहार की सियासी बिसात पर एक बड़ी चाल के रूप में देखा जा रहा है.

नीतीश कुमार ही होंगे बिहार के सीएम- चिराग पासवान ने किया स्पष्ट
सियासी गलियारों में इन दांव-पेचों के बीच, केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने बीते सोमवार को एक अहम बयान दिया. उन्होंने कहा कि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. यह टिप्पणी उनकी दो दिन पहले आई उस टिप्पणी के बाद आई है, जिसमें चिराग ने नीतीश सरकार पर अपराधियों के समक्ष 'आत्मसमर्पण' करने का आरोप लगाते हुए दुख जताया था कि वह इस सरकार का हिस्सा हैं. हाजीपुर से सांसद पासवान ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) चुनावों के लिए एक "विजयी गठबंधन" है और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. चिराग पासवान ने कहा, "मैंने कई बार दोहराया है कि मेरी प्रतिबद्धता और प्रेम प्रधानमंत्री के प्रति है. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में (बिहार में) चुनाव लड़े जाएंगे. चुनाव परिणामों के बाद, निश्चित रूप से नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे."

यह घटनाक्रम दर्शाता है कि बिहार की राजनीति में समीकरण लगातार बदल रहे हैं और आने वाले विधानसभा चुनावों में दलों के भीतर और बाहरी गठबंधनों में जबरदस्त खींचतान देखने को मिलेगी.

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