Pithori Amavasya 2025 : पितरों के आशीर्वाद के लिए करें श्राद्ध, तर्पण और पितृ चालीसा पाठ
- by Archana
- 2025-08-22 10:55:00
News India Live, Digital Desk: Pithori Amavasya 2025 : आज 22 अगस्त 2025 को पिठौरी अमावस्या है, जिसे कुशग्रहणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. यह दिन सनातन धर्म में पितरों की शांति और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस विशेष तिथि पर श्राद्ध, तर्पण और पितृ चालीसा का पाठ करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और अपने वंशजों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. यह अमावस्या माताओं के लिए भी विशेष फलदायी मानी गई है, जहां वे संतान प्राप्ति और उनके सुखमय जीवन के लिए व्रत और पूजा-पाठ करती हैं.
इस दिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पवित्र नदियों में स्नान कर दान-पुण्य करने का विधान है. इससे पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सकारात्मकता आती है. पितरों को जल अर्पित करने से उन्हें शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद परिवार पर बना रहता है. यदि आप अपने पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो कुछ विशेष उपाय इस प्रकार हैं:
पीपल के पेड़ को कच्चा दूध और काले तिल अर्पित करें: इससे पितरों को शांति मिलती है और पितृ दोष से मुक्ति मिलने में सहायता होती है.
चींटियों को खीर खिलाएं: यह भी पितरों को संतुष्ट करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक प्रभावी तरीका माना जाता है.
भगवान विष्णु के सामने दीप प्रज्वलित करें: घर में सुख-समृद्धि और धन-धान्य की वृद्धि के लिए इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करना भी शुभ होता है.
इसके साथ ही, पितृ चालीसा का पाठ करने से भी पितृ देवता प्रसन्न होते हैं और घर-परिवार पर उनकी कृपा बनी रहती है. यह सभी अनुष्ठान पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करते हैं और परिवार के सभी सदस्यों के लिए सौभाग्य और कल्याण लेकर आते हैं.
--Advertisement--
Tags:
Share:
--Advertisement--