Pillowcase : रेशम और साटन के तकिए का कमाल खूबसूरत त्वचा और मजबूत बाल अब आपके बिस्तर पर
Newsindia live,Digital Desk: Pillowcase : नींद के दौरान हमारा चेहरा और बाल तकिये से चिपके रहते हैं इससे त्वचा और बालों को नुकसान पहुंच सकता है तकिया कवर के फैब्रिक पर अक्सर हमारा ध्यान नहीं जाता जबकि यह हमारी त्वचा और बालों की सेहत पर सीधा असर डालता है रेशम और साटन के तकिए के कवर हाल के वर्षों में अपनी कई तरह की स्वास्थ्य और सौंदर्य लाभ के लिए काफी लोकप्रिय हो गए हैं ये साधारण बदलाव रातोंरात आपकी ब्यूटी रूटीन में बड़ा सुधार कर सकते हैं
त्वचा और बालों के लिए अच्छे रेशम या साटन तकिए के फायदे
कम घर्षण
सूती या अन्य खुरदरे कपड़े के तकिया कवर बालों में अधिक घर्षण पैदा करते हैं जिससे बाल टूटते हैं दोमुंहे होते हैं और फ्रिज़ होता है रेशम और साटन की चिकनी सतह बालों पर घर्षण को कम करती है जिससे बालों को कम नुकसान होता है वे चिकने बने रहते हैं और कम उलझते हैं ये तकिया कवर उन लोगों के लिए बहुत अच्छे हैं जिनके बाल फ्रिज़ी हैं घुंघराले हैं या वे जिनके बाल बहुत ज्यादा झड़ते हैं
झुर्रियां कम करता है
सोने की झुर्रियों को रोकने में तकिया कवर महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है सूती तकिया कवर सोते समय चेहरे की त्वचा को खींचते और समेटते हैं जिससे क्रीज और झुर्रियां बन सकती हैं जो समय के साथ स्थायी हो जाती हैं रेशम और साटन की चिकनी सतह त्वचा पर रगड़ को कम करती है जिससे झुर्रियों और बारीक रेखाओं का खतरा कम होता है जिससे सुबह उठने पर चेहरा चिकना और ताज़ा महसूस होता है
कम नमी सोखना
तकिया कवर कपास जैसे कुछ फैब्रिक त्वचा और बालों से नमी को सोखते हैं जिससे वे शुष्क और निर्जलित हो सकते हैं दूसरी ओर रेशम और साटन कम नमी सोखते हैं यह सुनिश्चित करता है कि आपकी त्वचा और बालों की प्राकृतिक नमी बनी रहे इसके अलावा आपके स्किन केयर उत्पाद और हेयर प्रोडक्ट रात में त्वचा या बालों पर लगे रहते हैं उन्हें तकिए में सोखे बिना अपनी इच्छित प्रभावकारिता प्रदर्शित करने की अनुमति मिलती है
कम एलर्जी
रेशम एक प्राकृतिक फाइबर है जिसमें हाइपोएलर्जेनिक गुण होते हैं इसका मतलब है कि यह धूल के कण कवक और अन्य सामान्य एलर्जी को आकर्षित नहीं करता है जिससे एलर्जी या संवेदनशील त्वचा वाले लोगों के लिए यह एक उत्कृष्ट विकल्प बन जाता है यह उन लोगों के लिए एक सुरक्षित और आरामदायक नींद का वातावरण बनाता है जो एलर्जी से ग्रस्त होते हैं और अपनी सुंदरता का ख्याल रखते हैं
रेशम बनाम साटन कौन सा बेहतर है
दोनों फैब्रिक समान फायदे देते हैं लेकिन उनके बीच अंतर समझना जरूरी है रेशम एक प्राकृतिक फाइबर है जो रेशम के कीड़े से बनता है और यह महंगा भी होता है वहीं साटन सिंथेटिक रूप से बुना गया कपड़ा होता है जिसे पॉलिएस्टर से बनाया जाता है यदि लक्जरी अनुभव और अधिकतम फायदे चाहते हैं तो रेशम बेहतर विकल्प है हालांकि अगर लागत कम करना है या यह जेब में ज्यादा फिट नहीं होता तो साटन एक अच्छा विकल्प हो सकता है
साटन का यह खास फीचर तापमान नियंत्रित करने के लिए रेशम या साटन में विशेष फाइबर होते हैं वे तापमान नियंत्रित करते हैं जैसे आप गर्मी में सोते हैं या ठंड में सोते हैं साटन गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने और सर्दियों में गर्मी को बचाने की क्षमता रखता है रेशम का उत्पादन करने की प्रक्रिया इसकी प्रकृति से अलग है लेकिन इसमें नमी को अवशोषित करने और एक रेशेदार संरचना है जिससे त्वचा स्वस्थ दिखती है
अमृता सिंह एक त्वचा विशेषज्ञ ने यह सुझाव दिया है कि पचास की उम्र के लोगों के लिए रेशमी या साटन के तकिया कवर से मुँहासे वाले चेहरे पर त्वचा चिकनी रहती है इसके परिणामस्वरूप उनकी जीवनशैली में यह उपयोगी उपकरण हमेशा बना रहेगा
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