अब पेन किलर की जरूरत नहीं! पीरियड के दर्द और ऐंठन का अचूक इलाज है 'लौंग का पानी'
पीरियड्स के वो मुश्किल दिन... पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द, ऐंठन, और चिड़चिड़ापन। यह एक ऐसी समस्या है जिससे लगभग हर महिला को महीने के कुछ दिन गुजरना ही पड़ता है। अक्सर इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए हमारा पहला सहारा पेन किलर (दर्द निवारक) गोलियां ही होती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर बार दवा लेना हमारी सेहत के लिए अच्छा नहीं है?
तो फिर क्या करें? जवाब आपकी रसोई में ही मौजूद एक छोटे से, खुशबूदार मसाले में छिपा है - लौंग (Clove)।
जी हां, वही लौंग जो हम खाने में स्वाद और खुशबू के लिए इस्तेमाल करते हैं, पीरियड्स के दर्द को कम करने के लिए एक प्राकृतिक और चमत्कारी औषधि की तरह काम करती है।
आखिर लौंग कैसे करती है यह जादू?
लौंग में 'यूजेनॉल' (Eugenol) नाम का एक कंपाउंड पाया जाता है, जो एक प्राकृतिक दर्द-निवारक (pain-reliever) की तरह काम करता है। इसके साथ ही, लौंग में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं।
जब पीरियड्स होते हैं, तो गर्भाशय की मांसपेशियां सिकुड़ती हैं, जिससे ऐंठन और दर्द होता है। लौंग इन मांसपेशियों को आराम देने (relax) में मदद करती है, जिससे दर्द में काफी हद तक राहत मिलती है।
कैसे बनाएं और कब पिएं यह असरदार 'लौंग का पानी'?
इसे बनाना और इस्तेमाल करना बेहद आसान है।
तरीका 1: उबालकर
- एक गिलास पानी में 2-3 लौंग डालकर उसे धीमी आंच पर 5-7 मिनट के लिए उबालें।
- जब पानी का रंग हल्का बदल जाए, तो उसे छान लें।
- इसे चाय की तरह गुनगुना ही पिएं। स्वाद के लिए आप इसमें आधा चम्मच शहद मिला सकती हैं।
तरीका 2: रातभर भिगोकर
- अगर आपके पास उबालने का समय नहीं है, तो रात को एक गिलास पानी में 4-5 लौंग डालकर रख दें।
- सुबह उठकर इस पानी को पी लें।
सबसे जरूरी बात: कब पीना है?
इसका सबसे अच्छा असर तब होता है जब आप इसे अपने पीरियड्स की तारीख से 2-3 दिन पहले पीना शुरू करें और पीरियड्स के दौरान भी पीते रहें। इससे दर्द और ऐंठन शुरू होने से पहले ही रोकने में मदद मिलती है।
दर्द कम करने के अलावा और क्या फायदे हैं?
- यह पीरियड्स के दौरान होने वाली ब्लोटिंग (पेट फूलना) की समस्या को भी कम करता है।
- यह मूड को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है।
- यह अनियमित पीरियड्स की समस्या में भी कुछ हद तक सुधार कर सकता है।
एक छोटी सी सावधानी:
लौंग की तासीर गर्म होती है, इसलिए दिन में एक या दो कप से ज्यादा इसका सेवन न करें। अगर आपको पीरियड्स में बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती है या कोई और स्वास्थ्य समस्या है, तो इसे नियमित रूप से लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
तो अगली बार जब पीरियड्स का दर्द आपको परेशान करे, तो पेन किलर से पहले अपनी रसोई में मौजूद इस प्राकृतिक दर्द-निवारक को जरूर आजमाएं।
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