अब 2 घंटे नहीं, सिर्फ 70 मिनट में लखनऊ से कानपुर! यूपी का नया एक्सप्रेसवे 99% तैयार, जानें कब से भरेंगी गाड़ियां फर्राटा
उत्तर प्रदेश को जल्द ही एक और शानदार एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने वाली है, जो राज्य में आधुनिक परिवहन की तस्वीर को और बेहतर बनाएगा। लखनऊ और कानपुर के बीच बन रहे इस बहुप्रतीक्षित एक्सप्रेसवे का 99% काम पूरा हो चुका है और अब बस हरी झंडी का इंतजार है, जिसके बाद गाड़ियां इस पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती नजर आएंगी।
उम्मीद की जा रही है कि लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे (Lucknow-Kanpur Expressway) को 15 दिसंबर के बाद आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
अब घंटों का नहीं, मिनटों का खेल
यह नया एक्सप्रेसवे लगभग 63 किलोमीटर लंबा है और इसका सबसे बड़ा फायदा समय की बचत है। अभी लखनऊ से कानपुर पहुंचने में जहां दो घंटे या उससे भी ज्यादा का समय लग जाता है, वहीं इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद यह दूरी सिर्फ 70 मिनट में पूरी की जा सकेगी। यह एक्सप्रेसवे मौजूदा लखनऊ-कानपुर हाईवे पर ट्रैफिक के भारी बोझ को भी काफी हद तक कम कर देगा।
इस एक्सप्रेसवे पर क्या है खास?
NHAI के अधिकारियों के अनुसार, इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से तैयार किया गया है और इसमें सुरक्षा और सुविधा का खास ध्यान रखा गया है।
- स्पीड: इस पर गाड़ियों के लिए 120 किमी/घंटे की रफ्तार तय की गई है।
- आधुनिक टेक्नोलॉजी: पूरे एक्सप्रेसवे पर डिजिटल साइनबोर्ड, आधुनिक निगरानी सिस्टम (सर्विलांस सिस्टम), और स्पीड मॉनिटरिंग कैमरे लगाए गए हैं।
- सुरक्षा: सफर को सुरक्षित बनाने के लिए किनारों पर मजबूत फेंसिंग, जगह-जगह पर ओवरपास और अंडरपास, और रात में साफ दिखने के लिए रिफ्लेक्टिव मार्किंग की गई है।
कहां से कहां तक जाएगा यह एक्सप्रेसवे?
इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत लखनऊ के सरोजिनी नगर से होती है और यह उन्नाव जिले से होते हुए शुक्लागंज तक जाता है। इसका रूट इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह दोनों शहरों के भीड़भाड़ वाले इलाकों को बायपास करता हुआ औद्योगिक, शैक्षणिक और रिहायशी इलाकों को आसानी से जोड़ता है।
सिर्फ एक सड़क नहीं, विकास की नई धमनी
NHAI की टीम ने इस पर ट्रायल रन भी पूरे कर लिए हैं और सड़क की मजबूती से लेकर ड्रेनेज और लाइटिंग तक, हर चीज की जांच कर ली गई है। अधिकारियों के मुताबिक, सड़क अब पूरी तरह से यात्रा के लिए तैयार है।
यह एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि मध्य उत्तर प्रदेश की 'आर्थिक धड़कन' साबित होगा। इसका मुख्य उद्देश्य व्यापार, पर्यटन और निवेश को बढ़ावा देना है। आगे चलकर इसे गंगा एक्सप्रेसवे से भी जोड़ने की योजना है, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों के बीच माल और यात्रियों की आवाजाही और भी आसान हो जाएगी।
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