झारखंड में अब ओला-उबर की तरह बुक करें एम्बुलेंस लॉन्च हुआ जीवनदूत ऐप, इमरजेंसी में होगी बड़ी राहत
News India Live, Digital Desk: झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है! अब मरीजों को इमरजेंसी में एम्बुलेंस ढूंढने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, बल्कि वे 'ओला' या 'उबर' टैक्सी बुक करने जितनी आसानी से एम्बुलेंस बुला सकेंगे. झारखंड सरकार ने 'जीवनदूत ऐप' (JeevanDoot App) नाम से एक नई मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च की है, जिससे राज्य भर में एम्बुलेंस सेवाएं सुलभ हो जाएंगी.
कैसे काम करेगा 'जीवनदूत ऐप'?
यह ऐप लोगों के लिए एम्बुलेंस बुक करना बहुत आसान बना देगा.
- आसानी से पहुंच: ऐप स्वचालित रूप से पास उपलब्ध एम्बुलेंसों को दिखाएगा. यूजर्स एम्बुलेंस के प्रकार और उपलब्धता के आधार पर उसे बुक कर पाएंगे.
- समय पर मदद: इससे आपातकालीन स्थिति में समय की बचत होगी और मरीजों को जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता मिल पाएगी.
कहां-कहां मिलेंगी सेवाएं?
अभी इस ऐप को मुख्य रूप से झारखंड के गुमला, सिमडेगा, सरायकेला, खूंटी, कोडरमा, लातेहार और पलामू जैसे 7 जिलों में शुरू किया गया है. हालांकि, भविष्य में इस सेवा को राज्य के सभी जिलों तक पहुंचाने की योजना है. पहले चरण में ग्रामीण और आदिवासी बहुल इलाकों पर खास ध्यान दिया गया है, जहां अक्सर इमरजेंसी सेवाओं की कमी महसूस की जाती है. इन क्षेत्रों में अक्सर लोग परिवहन की समस्या से जूझते हैं, जिससे कई बार मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता. यह ऐप इस अंतर को पाटने में मदद करेगा.
स्वास्थ्य सेवा में क्रांति का नया कदम
यह ऐप वास्तव में झारखंड के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में क्रांति ला सकता है. अब एक फोन कॉल या इंटरनेट के एक क्लिक से ही एम्बुलेंस आपके दरवाजे पर होगी. 'जीवनदूत ऐप' राज्य में तेजी से बढ़ती शहरी आबादी और दूरदराज के ग्रामीण इलाकों के बीच स्वास्थ्य सेवाओं की असमानता को कम करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है. झारखंड के लोग अब चिकित्सा आपातकाल के समय में ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे, क्योंकि यह सुविधा उन्हें बिना किसी बाधा के मिल पाएगी.
इस पहल के सफल होने से अन्य राज्यों के लिए भी यह एक मॉडल बन सकता है, जिससे पूरे देश में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को और बेहतर बनाया जा सके.
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