गुरुग्राम: शादी के कार्ड पर छपवाया…शादी में शराब पीने की अनुमति नहीं

गुरुग्राम, 1 मार्च (हि.स.)। विवाह-शादियों में बहुत से लोग भले ही शराब पीना-पिलाना ही अपनी शान समझते हों, लेकिन यहां एक युवक ने अपनी शादी के कार्ड पर शराब नहीं पीने का संदेश छपवाकर शराब पीने वालों को संदेश दिया है। शादी कार्ड पर उसने छपवाया है-ड्रिंक इज नॉट अलाउडिट इन मैरिज यानी शादी में शराब पीने की अनुमति नहीं होगी। युवक के इस प्रयास और साहस की लोग सराहना कर रहे हैं।

मानवता भलाई केंद्र डेरा सच्चा सौदा से वर्षों से जुड़े गुरुग्राम के गांव हाजीपुर पातली निवासी आशीष पुत्र सरोज देवी एवं धर्मबीर मेहरा की शादी आगामी 13 मार्च 2024 को रेनू पुत्री श्रीमती सुशीला एवं वेदपाल निवासी गांव टीकली जिला गुरुग्राम के साथ तय हुई है। घर में शादी की तैयारियों जोरों पर है। शादी के कार्ड लोगों को बांटे जा रहे हैं। वैसे तो शादी का कार्ड एक निमंत्रण पत्र ही होता है, लेकिन आशीष एवं रेनू की शादी का यह कार्ड सामान्य शादी के कार्डों से अलग है। इनकी शादी के कार्ड पर सीधी और स्पष्ट बात लिखी गई है कि उनकी शादी में शराब पीने की अनुमति नहीं होगी। नशे के विरुद्ध धर्मबीर मेहरा परिवार का यह कदम अति सराहनीय है। क्योंकि आज के समय में खुशी के पलों में बिना शराब के खुशी ही नहीं मानते, ऐसे में इनकी ओर से मेहमानों, परिवारजनों, दोस्तों, रिश्तेदारों को शादी के कार्ड पर लिखित में शराब नहीं पीने का संदेश देना साहस की भी बात है। हो सकता है बहुत से लोग तो इसी बात से नाराज भी हो जाएं, लेकिन मेहरा परिवार ने मानवता भलाई केंद्र डेरा सच्चा सौदा की नशे के विरुद्ध मुहिम को ना केवल मजबूत किया है, बल्कि समाज में भी नशों का त्याग करने का बड़ा संदेश दिया है।

दूल्हा बनने जा रहे आशीष का कहना है कि पूज्य गुरू जी संत डा. राम रहीम सिंह जी से उन्हें शिक्षा मिली है कि खुद किसी प्रकार का नशा नहीं करना है और दूसरों का नशा छुड़वाना है। इसी मुहिम को वे आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। क्योंकि नशों ने समाज को बहुत खराब कर रखा है। परिवारों में झगड़ों का एक बड़ा कारण शराब व अन्य नशीली चीजें हैं। हमें समाज को सुधारने के लिए आगे कदम बढ़ाया है। इस कदम को पीछे नहीं हटाएंगे। पूज्य गुरू जी शिक्षाओं पर अमल करते हुए समाज से लोगों के छुड़ाने का काम करते रहेंगे।