Niti Shastra : चाणक्य नीति जीवन को नर्क बनाने वाले चार लोग
- by Archana
- 2025-08-05 11:32:00
Newsindia live,Digital Desk: Niti Shastra : महान रणनीतिकार और विद्वान आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतिशास्त्र में जीवन के उन पहलुओं पर गहरा ज्ञान दिया है जिनसे व्यक्ति खुशहाल या दुखी हो सकता है चाणक्य नीति के अनुसार कुछ ऐसे व्यक्ति होते हैं जो घर के सदस्यों का जीवन नर्क बना देते हैं उन्होंने ऐसे चार प्रकार के लोगों का वर्णन किया है जिनकी मौजूदगी घर के सुख चैन को छीन लेती है
चाणक्य के अनुसार जिस तरह एक मूर्ख शिष्य को ज्ञान देना व्यर्थ होता है उसी तरह एक घर में ऐसे लोग होते हैं जिनकी वजह से परेशानी ही परेशानी आती है यह चार तरह के लोग कौन हैं आइए जानते हैं
पहला दुष्ट पुत्र होता है चाणक्य कहते हैं कि वह पुत्र जो माता पिता का अनादर करता है जो गलत कामों में लिप्त रहता है और जो परिवार की खुशियों का दुश्मन होता है ऐसा पुत्र घर को श्मशान के समान बना देता है उसके होने से घर में केवल दुख और उदासी रहती है
दूसरा कपटी सेवक या नौकर होता है जो सेवक ऊपर से मीठी बातें करता है लेकिन मन में मालिक का बुरा सोचता है या घर के राज बाहर बताता है ऐसा नौकर परिवार के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है उसकी धोखेबाजी से घर का सुख शांति खत्म हो जाती है वह भरोसा तोड़ने वाला होता है
तीसरी बदमिजाज पत्नी होती है चाणक्य नीति के अनुसार जो पत्नी परिवार के बड़ों का सम्मान नहीं करती जो छोटी छोटी बात पर झगड़ा करती है और घर में हमेशा नकारात्मक माहौल रखती है ऐसी पत्नी पूरे घर में क्लेश फैलाती है उसका स्वभाव पूरे परिवार के लिए कष्टदायी होता है ऐसी पत्नी के साथ रहना जीवन को कष्टों से भर देता है
चौथा ज्ञान विहीन व्यक्ति होता है चाणक्य मानते हैं कि यदि कोई व्यक्ति ज्ञान से हीन हो वह अपनी अज्ञानता के कारण परिवार में समस्याएं पैदा करता है ऐसे व्यक्ति न तो सही सलाह दे सकते हैं और न ही परिवार को सही दिशा दिखा सकते हैं उनकी गलत सोच और अज्ञानता घर में दुख लाती है
यह सभी बातें आचार्य चाणक्य की दूरदर्शिता और मानवीय संबंधों की गहरी समझ को दर्शाती हैं उनके अनुसार इन चार प्रकार के लोगों या परिस्थितियों से बचना ही सुखी जीवन की कुंजी है इन बातों का ध्यान रखने से ही व्यक्ति अपने जीवन में सुख समृद्धि और शांति प्राप्त कर सकता है
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