Natural calamity : हिमाचल में मॉनसून का कहर, मौत का आंकड़ा 300 के पार, जानें कैसे छीन रही हैं जिंदगियां
News India Live, Digital Desk: Natural calamity : देवभूमि हिमाचल प्रदेश के लिए यह मॉनसून किसी बुरे सपने की तरह साबित हो रहा है। इस साल की बारिश अपने साथ इतनी तबाही लेकर आई है कि चारों तरफ बस मातम पसरा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के जारी किए गए आंकड़े बेहद डरावने और दिल दुखाने वाले हैं। 20 जून से अब तक इस मॉनसून ने 300 से ज़्यादा लोगों की जान ले ली है।
त्रासदी की बात यह है कि ये मौतें सिर्फ बाढ़ या भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं से नहीं हो रहीं। आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि जितनी जानें बारिश से जुड़ी घटनाओं में गई हैं, लगभग उतनी ही सड़क हादसों में भी गई हैं।
आंकड़े जो दहला देते हैं
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक कुल 312 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 160 मौतें सीधे तौर पर बारिश से जुड़ी घटनाओं की वजह से हुई हैं।इन घटनाओं में भूस्खलन, बादल फटना, अचानक आई बाढ़ में डूबना और करंट लगना जैसी वजहें शामिल हैं वहीं, 152 लोगों ने मॉनसून के दौरान हुए सड़क हादसों में अपनी जान गंवाई है।खराब मौसम, फिसलन भरी सड़कें और जगह-जगह टूट चुके रास्ते इन हादसों का मुख्य कारण बन रहे हैं।
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके
इस आपदा का असर पूरे प्रदेश पर पड़ा है, लेकिन मंडी और कांगड़ा जैसे जिलों में सबसे ज्यादा जान-माल का नुकसान हुआ है। यहां बारिश से भी कई मौतें हुईं और सड़क हादसों का आंकड़ा भी बाकी जगहों से ज्यादा है।
यह मॉनसून हिमाचल के लिए सिर्फ एक मौसमी घटना नहीं, बल्कि एक बड़ी त्रासदी बन गया है, जिसने सैकड़ों परिवारों को कभी न भरने वाले जख्म दिए हैं। हजारों करोड़ के नुकसान के साथ-साथ, 312 जिंदगियों का चले जाना यह बताता है कि पहाड़ों पर हालात कितने गंभीर हैं।
--Advertisement--