प्रयागराज, 11 मार्च (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्ताओं ने आज सायं छात्रसंघ भवन पर संदेशखाली प्रकरण के विरुद्ध आंदोलित अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल को गिरफ्तार करने पर ममता सरकार का पुतला फूंका।
अभाविप कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा हिन्दू घरों से जबरन नाबालिग कन्या व महिलाओं को चिन्हित कर उनका बलपूर्वक अपहरण कर पार्टी कार्यालय में लाकर अत्याचार, दुराचार करने के कृत्यों की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है तथा इस सम्बंध में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
अभाविप के प्रदेश मीडिया संयोजक अभिनव मिश्र ने बताया कि विगत 10 फरवरी को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल आनंद बोस के संदेशखाली दौरे के कारण इस वीभत्स शोषण की सच्चाई जनमानस के समक्ष आई है। आज इसी सम्बंध में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल अन्य कार्यकर्ताओं के साथ आंदोलित थे तथा उनके द्वारा विरोध किए जाने पर गिरफ्तार कर लिया गया। इसी के विरोध में अभाविप इविवि इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा छात्रसंघ भवन पर ममता सरकार द्वारा गिरफ्तारी एवं तानाशाही के विरोध में पुलता फूंका गया तथा ममता सरकार के इस्तीफे की मांग की।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इविवि के इकाई मंत्री आलोक त्रिपाठी ने कहा कि ममता सरकार के विरुद्ध आंदोलन कर रहे अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री सहित अन्य कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हिन्दू महिलाओं को चिन्हित कर उनके साथ दुराचार के अनेकों प्रकरण सामने आए हैं और सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करते हुए इस प्रकरण को समाज से दूर रखने के काफी प्रयत्न किए गए हैं। आज, अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री की गिरफ्तारी कर पश्चिम बंगाल में लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की गई है। यदि ममता सरकार ने जल्द इस्तीफा नहीं दिया तब अभाविप एक उग्र राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होगी।