Mumbai Police: विवादों से घिरे रहे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक, एक चर्चित पुलिस अधिकारी का युग समाप्त
- by Archana
- 2025-07-31 11:58:00
News India Live, Digital Desk: Mumbai Police: मनोरंजन क्षेत्र की प्रसिद्ध हस्ती, 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' के नाम से जाने जाने वाले मुंबई पुलिस के एसीपी दया नायक आज सेवानिवृत्त हो गए हैं। उनकी सेवानिवृत्ति दो दिन पहले हुई उनके सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के पद पर पदोन्नति के तुरंत बाद हुई है। पुलिस बल में 32 साल की शानदार सेवा के बाद उन्होंने विदा ली है। दया नायक एक बहुत ही चर्चित और लोकप्रिय पुलिस अधिकारी रहे हैं, जिनकी कहानियाँ बॉलीवुड फ़िल्मों का भी आधार बनी हैं।
नायक को 250 से अधिक कथित अपराधियों के मुठभेड़ों में शामिल होने और उनमें से 90 से अधिक को मारने का श्रेय दिया जाता है। उनकी 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' की छवि 1990 के दशक में मुंबई में अपराधों के ग्राफ में बढ़ोतरी के समय उभरी। इस दौरान अंडरवर्ल्ड और गैंगस्टर-राज अपने चरम पर था, और उस समय कई पुलिस अधिकारियों ने कुख्यात अपराधियों को मार गिराने का जिम्मा उठाया। इन अधिकारियों में प्रदीप शर्मा और सचिन वज़े भी शामिल थे।
दया नायक अक्सर कानूनी और आपराधिक जांच से जुड़ी विवादों में भी रहे हैं। उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, जिसके चलते उन्हें कुछ समय के लिए निलंबित भी किया गया। 2006 में उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था, लेकिन सबूतों की कमी के कारण उन्हें वापस बहाल कर दिया गया। एक समय उन्हें छोटा राजन गैंग का सहयोगी भी बताया गया था। नायक, प्रदीप शर्मा और सचिन वज़े, इन तीनों को भारतीय सिनेमा ने रियल-लाइफ सिंबा के रूप में बड़े पर्दे पर दर्शाया है, जिनकी कहानियों पर आधारित कई फ़िल्में और वेब सीरीज़ बनी हैं, जैसे 'शूटआउट एट लोखंडवाला' और 'एनकाउंटर'। हालांकि, हाल के वर्षों में 'एनकाउंटर' और 'पुलिस एनकाउंटर' की वैधता पर भी सार्वजनिक और न्यायिक बहस छिड़ी है, जिससे ऐसे अभियानों को लेकर कानून प्रवर्तन अधिकारियों पर सवाल उठने लगे हैं।
दया नायक की सेवानिवृत्ति मुंबई पुलिस के एक युग का अंत मानी जा रही है, क्योंकि उनकी पहचान अंडरवर्ल्ड और संगठित अपराध के खिलाफ पुलिस के सख्त रुख के प्रतीक के रूप में रही है।
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