मुकेश अंबानी का महा-लक्ष्य: 2030 तक दोगुनी होगी रिलायंस! 44 लाख निवेशकों के लिए खुलेंगे कुबेर के खजाने

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जब भारत की सबसे बड़ी, सबसे शक्तिशाली और सबसे मूल्यवान कंपनी का मुखिया यह ऐलान करे कि आने वाले कुछ सालों में हम अपने आकार को 'दोगुना' करने जा रहे हैं, तो यह सिर्फ एक बयान नहीं होता, यह भविष्य की एक ऐसी तस्वीर होती है जो पूरे देश की अर्थव्यवस्था और करोड़ों निवेशकों की किस्मत को बदलने का दम रखती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की हालिया वार्षिक आम बैठक (AGM) में, चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने ठीक यही किया।

उन्होंने कंपनी के44 लाख से अधिक शेयरधारकों (Shareholders) और पूरे देश के सामने यह महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा कि RIL 2030 तक अपने मौजूदा आकार से दोगुनी हो जाएगी। यह खबर उन लाखों छोटे और बड़े निवेशकों के लिए किसी 'कल्पवृवृक्ष' से कम नहीं है, जिन्होंने अपनी मेहनत की कमाई रिलायंस के भविष्य पर दांव पर लगाई है। यह ऐलान सिर्फ कंपनी के आकार को दोगुना करने का नहीं, बल्कि निवेशकों के पैसे को भी दोगुना या उससे भी ज़्यादा करने का एक सुनहरा वादा है।

तो आखिर कैसे रिलायंस इस 'असंभव' से दिखने वाले लक्ष्य को हासिल करेगी? मुकेश अंबानी का वह 'मास्टर प्लान' क्या है, जिसके दम पर वह यह ऐतिहासिक छलांग लगाने की तैयारी कर रहे हैं? आइए, इस महा-लक्ष्य के पीछे छिपे तीन सबसे बड़े 'ग्रोथ इंजनों' को विस्तार से समझते हैं।

 

कैसे पूरा होगा 'मिशन डबल'? ये हैं रिलायंस के 3 ग्रोथ इंजन

मुकेश अंबानी का यह आत्मविश्वास तीन ऐसे शक्तिशाली स्तंभों पर टिका है, जो भविष्य के भारत की नींव भी माने जा रहे हैं।

1. जियो प्लेटफॉर्म्स - डिजिटल और AI की सुनामी

रिलायंस का डिजिटल कारोबार, जियो, पहले ही 4G क्रांति लाकर भारत की तस्वीर बदल चुका है। लेकिन असली खेल तो अब शुरू हुआ है।

  • 5G का विस्तार: जियो का 5G नेटवर्क अब देश के कोने-कोने तक पहुंच रहा है, जो सिर्फ तेज इंटरनेट ही नहीं, बल्कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और स्मार्ट टेक्नोलॉजी की एक नई दुनिया खोलेगा।
  • Jio AirFiber: बिना किसी तार के हर घर तक फाइबर जैसी हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाना।
  • AI (Artificial Intelligence) पर सबसे बड़ा दांव: मुकेश अंबानी ने साफ कर दिया है कि उनका लक्ष्य हर भारतीय को AI की ताकत देना है। NVIDIA जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनी के साथ मिलकर जियो भारत में AI का एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहा है, जो भारत को एक 'ग्लोबल AI पावर' के रूप में स्थापित करेगा।

2. रिलायंस रिटेल - रिटेल का बेताज बादशाह

रिलायंस रिटेल आज भारत का सबसे बड़ा रिटेलर है, और इसकी रफ्तार रुकने का नाम नहीं ले रही।

  • हर कोने में पहुंच: ग्रोसरी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और फैशन तक, रिलायंस रिटेल तेजी से नए स्टोर खोलकर अपनी भौतिक पहुंच बढ़ा रहा ਹੈ।
  • JioMart का डिजिटल हमला: जियोमार्ट के जरिए कंपनी छोटे-से-छोटे किराना स्टोर को अपने ई-कॉमर्स नेटवर्क से जोड़कर अमेज़न और फ्लिपकार्ट को सीधी टक्कर दे रही है।
  • ग्लोबल ब्रांड्स का भारतीय घर: दुनिया के बड़े-बड़े लग्जरी और रिटेल ब्रांड्स को भारत लाने में रिलायंस सबसे आगे है, जिससे यह हर वर्ग के ग्राहक को अपनी ओर खींच रहा है।

3. न्यू एनर्जी - अंबानी का 'ड्रीम प्रोजेक्ट'

यह रिलायंस के भविष्य का सबसे बड़ा और सबसे महत्वाकांक्षी स्तंभ है। मुकेश अंबानी इसे सिर्फ एक बिजनेस नहीं, बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक जुनून के तौर पर देख रहे हैं।

  • जामनगर में गीगा-कॉम्प्लेक्स: गुजरात के जामनगर में बन रहा 'धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्प्लेक्स' भारत को जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता से मुक्त कराने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
  • सौर ऊर्जा से लेकर हाइड्रोजन तक: यहां सोलर पैनल, बैटरी स्टोरेज, इलेक्ट्रोलाइजर्स (जो ग्रीन हाइड्रोजन बनाते हैं) और फ्यूल सेल्स का निर्माण किया जाएगा।
  • लक्ष्य: भारत को स्वच्छ और हरित ऊर्जा (Green Energy) के क्षेत्र में दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक बनाना।

44 लाख शेयरधारकों के लिए इसका क्या मतलब है?

मुकेश अंबानी का यह ऐलान रिलायंस के 44 लाख शेयरधारकों के लिए कई मायनों में एक बहुत बड़ी खुशखबरी है:

  • निवेश पर भरोसे की मुहर: यह कंपनी के भविष्य को लेकर प्रबंधन के गहरे आत्मविश्वास को दर्शाता है, जिससे निवेशकों का भरोसा और भी मजबूत होता है।
  • धन सृजन की अपार क्षमता: कंपनी का आकार दोगुना होने का सीधा मतलब है उसके राजस्व और मुनाफे में भारी वृद्धि, जिसका सीधा फायदा शेयर की कीमत में बढ़ोतरी के रूप में शेयरधारकों को मिलेगा।
  • लंबी अवधि का सुरक्षित दांव: यह ऐलान रिलायंस को अगले 5-7 सालों के लिए एक बेहद आकर्षक और 'मस्ट-हैव' लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट स्टॉक बनाता है।

यह महा-लक्ष्य सिर्फ एक कंपनी का विजन नहीं है, बल्कि यह 'विकसित भारत 2047' के सपने के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का एक वादा है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि जैसे-जैसे भारत बढ़ेगा, रिलायंस भी बढ़ेगा, और उसके साथ-साथ उसके निवेशक भी मालामाल होंगे।

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