Mosquito borne diseases knock : झारखंड में जैपनीज इन्सेफेलाइटिस और डेंगू ने बढ़ाई चिंता

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News India Live, Digital Desk: Mosquito borne diseases knock :   झारखंड इस समय दोहरी स्वास्थ्य चुनौती का सामना कर रहा है, जहाँ राज्य के 16 जिलों में जापानी इन्सेफेलाइटिस (Japanese Encephalitis - JE) और डेंगू जैसी गंभीर मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग और सरकारी एजेंसियाँ अलर्ट पर हैं, और इन बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं।

विशेष रूप से, राजधानी रांची और पश्चिमी सिंहभूम जैसे जिलों में हाल ही में जैपनीज इन्सेफेलाइटिस के कुछ मामले सामने आए हैं। यह चिंता का विषय है क्योंकि जैपनीज इन्सेफेलाइटिस एक जानलेवा दिमागी बुखार है, जो क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छरों द्वारा फैलता है। इसके अलावा, राज्य के कई अन्य जिलों से भी डेंगू के मामलों की लगातार रिपोर्ट मिल रही है। डेंगू एडीस इजिप्ती नामक मच्छर के काटने से होता है, और यह बीमारी भी गंभीर हो सकती है, जिससे प्लेटलेट काउंट में गिरावट और आंतरिक रक्तस्राव का खतरा होता है।

राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इन बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में मच्छर नियंत्रण अभियान तेज कर दिए हैं। इसमें फॉगिंग, लार्वानाशक दवाओं का छिड़काव और सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं। लोगों को अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने देने की सलाह दी गई है, क्योंकि स्थिर पानी मच्छरों के प्रजनन के लिए आदर्श स्थान होता है। यह भी सुझाव दिया गया है कि लोग पूरी बाजू के कपड़े पहनें और मच्छरदानी का उपयोग करें।

चूँकि मॉनसून का मौसम चल रहा है, नमी और जलभराव के कारण मच्छरों का प्रजनन तेज़ी से बढ़ता है, जिससे इन बीमारियों के फैलने का जोखिम भी बढ़ जाता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने विशेष निगरानी रखने और प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सरकार इस चुनौती से निपटने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित कर रही है और अस्पतालों में भी पर्याप्त सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है ताकि मामलों की समय पर पहचान और उचित उपचार हो सके। यह आवश्यक है कि नागरिक भी अपनी भूमिका निभाएं और रोकथाम के उपायों का गंभीरता से पालन करें।

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