Mercury Defect: क्या है यह कुंडली का दोष कैसे करें इसकी पहचान और जानें नौकरी व्यापार पर इसका असर

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News India Live, Digital Desk: Mercury Defect: ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को वाणी, बुद्धि, व्यापार और संचार का कारक माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर या पीड़ित अवस्था में हो तो इसे "बुध दोष" कहा जाता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, खासकर उसके स्वास्थ्य, बोलने की क्षमता और व्यावसायिक निर्णयों पर। ऐसे व्यक्ति को अक्सर मानसिक स्पष्टता और त्वरित निर्णय लेने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

बुध दोष के कुछ प्रमुख शारीरिक लक्षण भी होते हैं जिनकी पहचान कर इस स्थिति का पता लगाया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर, ऐसे व्यक्ति को त्वचा संबंधी परेशानियाँ जैसे एलर्जी, दाने या चकत्ते होना आम बात है। वाणी से संबंधित समस्याएं जैसे हकलाहट, तुतलाना या अपनी बात स्पष्ट रूप से व्यक्त न कर पाना भी बुध दोष का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, व्यक्ति की स्मरण शक्ति कमजोर हो सकती है और वह चीजों को भूलने लगता है। नाखूनों और दांतों का कमजोर होना या उनका रंग बिगड़ना, साथ ही बाल झड़ने या पतले होने की समस्या भी इससे जुड़ी हो सकती है। तंत्रिका तंत्र से जुड़ी कुछ परेशानियाँ भी बुध दोष के प्रभाव में आ सकती हैं, जिससे एकाग्रता में कमी या घबराहट जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

नौकरी और व्यवसाय के क्षेत्र में बुध दोष का प्रभाव अत्यंत गंभीर हो सकता है। बुध के कमजोर होने पर व्यक्ति को नौकरी में स्थायित्व नहीं मिल पाता, बार-बार बदलाव करने पड़ते हैं या तरक्की रुक जाती है। व्यापार में लगातार घाटा होना, साझेदारों से संबंध बिगड़ना और सही निवेश का चुनाव न कर पाना भी इस दोष के कारण हो सकता है। व्यापार में बार-बार रुकावटें आती हैं और लाभ उम्मीद से कम रहता है, जिससे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। वित्तीय लेन-देन में धोखे का सामना भी बुध दोष के कारण संभव है।

इसके अतिरिक्त, पारिवारिक संबंधों पर भी बुध दोष का असर पड़ सकता है। मामा और मौसी से रिश्ते अच्छे न रहना या उनसे लगातार मनमुटाव बने रहना भी इस दोष की एक निशानी हो सकती है। व्यक्ति के भीतर तर्क शक्ति और निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है, जिससे वह सही समय पर सही फैसला नहीं ले पाता। ऐसे में जीवन में चुनौतियाँ बढ़ जाती हैं। यह महत्वपूर्ण है कि ज्योतिषीय सलाह लेकर कुंडली का उचित विश्लेषण करवाया जाए ताकि बुध दोष के वास्तविक प्रभाव का आकलन हो सके और उचित ज्योतिषीय उपाय कर इसके नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सके, जिससे जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए जा सकें।

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