मेंटल हेल्थ: मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और जागरूकता की दिशा में कदम

Mentalhealth

मेंटल हेल्थ, यानी मानसिक स्वास्थ्य, एक ऐसा मुद्दा है जिसे अब धीरे-धीरे महत्व मिलने लगा है। लेकिन भारत में अभी भी अधिकांश लोग इस विषय को गंभीरता से नहीं लेते। जो इसे समझते हैं, वे इस पर खुलकर चर्चा करने से हिचकिचाते हैं। लोगों में यह धारणा आम है कि मानसिक स्वास्थ्य की समस्या का मतलब “पागलपन” है। हालाँकि, नेशनल हेल्थ सर्वे और हेल्पलाइन कॉल्स में तेजी से हो रही बढ़ोतरी इस बात का सबूत है कि अब समय आ गया है जब मानसिक स्वास्थ्य को न केवल समझा जाए बल्कि इस पर खुलकर चर्चा भी की जाए।

नेशनल मेंटल हेल्थ हेल्पलाइन के आंकड़े
टेली-मानस (National Mental Health Helpline) के आंकड़ों से पता चलता है कि मानसिक समस्याओं का सबसे बड़ा कारण रिश्तों में तनाव है। आंकड़ों के अनुसार:

  • 33% लोग रिश्तों में तनाव का सामना कर रहे हैं।
  • 23% लोग एंग्जायटी (चिंता) से पीड़ित हैं।
  • 20% लोग डिप्रेशन (अवसाद) का शिकार हैं।
  • 16% लोगों में सामान्य तनाव देखा गया।
  • 8% लोग साइकेट्रिक डिसॉर्डर से जूझ रहे हैं।

मेंटल हेल्थ से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य

  • भारत की 10% आबादी को मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • रिश्तों से जुड़ी समस्याएँ मानसिक स्वास्थ्य को सबसे अधिक प्रभावित करती हैं।
  • 18-40 वर्ष की उम्र के लोग इस समस्या से सबसे अधिक प्रभावित हैं।
  • मानसिक स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों में 60% पुरुषों का हिस्सा है।

मेंटल हेल्थ समस्याओं के कारण
मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के कई सामाजिक और व्यक्तिगत कारण हैं। प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  1. जागरूकता की कमी: मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझने और जागरूकता फैलाने की कमी इस समस्या को बढ़ाती है।
  2. लैंगिक भेदभाव: महिलाओं के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया उन्हें मानसिक रूप से प्रभावित करता है।
  3. गरीबी और सामाजिक असमानता: आर्थिक तंगी और सामाजिक दबाव मानसिक तनाव का बड़ा कारण हैं।
  4. तेज शहरीकरण और पलायन: शहरीकरण और नए माहौल में समायोजन करने की चुनौतियाँ भी मानसिक समस्याएँ उत्पन्न करती हैं।
  5. पारिवारिक और सामाजिक दबाव: रिश्तों में तनाव और सामाजिक अपेक्षाएँ मानसिक स्वास्थ्य पर भारी पड़ती हैं।
  6. मेंटल हेल्थ को लेकर भ्रांतियाँ: मानसिक समस्याओं को लेकर लोगों का नकारात्मक नजरिया समस्याओं को और जटिल बनाता है।

मेंटल हेल्थ में सुधार के उपाय
आपका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रहे, इसके लिए निम्नलिखित सुझाव अपनाएं:

  • शारीरिक गतिविधियाँ: नियमित व्यायाम और फिजिकल एक्टिविटी को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
  • संतुलित आहार: पौष्टिक और संतुलित आहार लें। फास्ट फूड और अनहेल्दी खानपान से बचें।
  • नशे से दूरी: शराब, तंबाकू और ड्रग्स से परहेज करें।
  • पर्याप्त नींद: हर दिन 7-9 घंटे की नींद लें।
  • योग और ध्यान: योग और ध्यान के माध्यम से तनाव को प्रबंधित करें।
  • रचनात्मकता अपनाएँ: नई रुचियाँ और हॉबीज़ से जुड़ें।
  • सामाजिक संपर्क: दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं।
  • सकारात्मक दृष्टिकोण: सहनशील और उदार दृष्टिकोण अपनाएं।

कहाँ से लें मदद?
अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी मदद की ज़रूरत है, तो नीचे दिए गए हेल्पलाइन नंबर्स पर संपर्क करें:

  • Tele MANAS: 14416 / 1800-891-4416
  • KIRAN: 1800-599-0019
  • NIMHANS Helpline: 080-46110007
  • ASHA: 0172-2660078 / 2660178
  • Vandrevala Foundation: 9999666555
  • TISS iCALL: 9152987821
  • Mann Talks: 8686139139
  • Samaritans Mumbai: 84229-84527
  • Parivarthan: 7676602602