Lucknow Police : सात जिलों की पुलिस दे रही थी चकमा, अब गिरफ्त में है 50 हजार की इनामी प्रियंका मैडम
News India Live, Digital Desk: कहते हैं क़ानून के हाथ लंबे होते हैं, और आखिरकर वो मुजरिम तक पहुंच ही जाते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ है प्रियंका सिंह के साथ. ये वो शातिर महिला है, जिस पर 50,000 रुपये का इनाम था और उत्तर प्रदेश के सात जिलों की पुलिस जिसे दिन-रात तलाश रही थी. आखिरकार, लखनऊ की गोमती नगर विस्तार पुलिस ने इस धोखेबाज़ 'मैडम' को दबोच लिया है,.
कैसे करती थी लोगों को अपना शिकार?
प्रियंका अकेली नहीं थी, बल्कि वो एक पूरे गिरोह की सरगना थी. इस गिरोह का काम था भोले-भाले बेरोज़गार युवाओं को अपना निशाना बनाना. ये लोग लड़के-लड़कियों को सचिवालय, स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग जैसे बड़े सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का सपना दिखाते थे.
इनका तरीका इतना पक्का होता था कि कोई भी आसानी से झांसे में आ जाए. ये लोग बिलकुल असली जैसे दिखने वाले नियुक्ति पत्र (Appointment Letter) और पहचान पत्र (ID Card) भी बनाकर देते थे. जब शिकार पूरी तरह इनके जाल में फंस जाता, तो ये उससे नौकरी के नाम पर मोटी रक़म ऐंठ लेते थे. कई मामलों में तो इन्होंने एक-एक व्यक्ति से 8 से 10 लाख रुपये तक ठगे है,. पैसा हाथ में आते ही ये लोग अपना फ़ोन बंद करके गायब हो जाते थे.
एक-दो नहीं, सात जिलों में था आतंक
प्रियंका का जाल सिर्फ़ लखनऊ तक ही सीमित नहीं था. उसके ख़िलाफ़ लखनऊ के अलावा रायबरेली, बहराइच, बाराबंकी, सीतापुर, गोंडा और अयोध्या जैसे ज़िलों में भी धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज थे. वह लगातार अपनी लोकेशन बदलती रहती थी, जिसकी वजह से पुलिस को उसे पकड़ने में काफ़ी मशक्कत करनी पड़ी.
कैसे आई पकड़ में?
पुलिस लंबे समय से प्रियंका और उसके गिरोह की तलाश में थी. गोमती नगर विस्तार पुलिस को मुखबिर से ख़बर मिली कि प्रियंका मधुबन बापूधाम इलाके में छिपी हुई है. ख़बर मिलते ही पुलिस ने बिना कोई देरी किए जाल बिछाया और उसे धर-दबोचा.
प्रियंका की गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी है. अब पुलिस उसके बाकी साथियों की तलाश में जुट गई है और उम्मीद है कि जल्द ही इस पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो जाएगा.
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