Lok Sabha Elections : चुनावी साल में पीएम मोदी का महिलाओं पर विशेष ज़ोर बोले बिहार के विकास में माताओं-बहनों की अहम भूमिका

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News India Live, Digital Desk: अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों की रणभेरी बजने से पहले, राजनीतिक पार्टियां हर वर्ग को साधने में जुटी हुई हैं, और इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में महिलाओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि बिहार के समग्र विकास में माताओं और बहनों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है, जो यह दर्शाता है कि भाजपा महिला सशक्तिकरण के मुद्दे को चुनावी एजेंडा में प्राथमिकता दे रही है।

प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान विकसित भारत संकल्प यात्रा के एक कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ते हुए आया, जहाँ वे बिहार के लोगों से मुखातिब थे। उन्होंने जोर दिया कि राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए महिलाओं का सक्रिय योगदान बेहद ज़रूरी है। उन्होंने विशेष रूप से केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न महिला-केंद्रित योजनाओं जैसे 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम', 'लखपति दीदी योजना' और 'पीएम आवास योजना' में महिलाओं की भागीदारी पर प्रकाश डाला।

नारी शक्ति वंदन अधिनियम, जिसका लक्ष्य विधानसभाओं और लोकसभा में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण सुनिश्चित करना है, पीएम मोदी के महिला सशक्तिकरण के एजेंडे का एक अहम हिस्सा है। उन्होंने बिहार में स्वयं सहायता समूहों (SHG) के बढ़ते प्रभाव की भी तारीफ की, जिन्हें अक्सर 'आर्थिक रूप से सशक्त महिलाओं का सबसे मजबूत स्तंभ' माना जाता है। लखपति दीदी योजना का लक्ष्य भी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, जिसके तहत उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता दी जा रही है।

यह संदेश बिल्कुल साफ है कि आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा महिला वोटर्स को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। प्रधानमंत्री का बिहार में महिलाओं की भूमिका पर विशेष ज़ोर देना, राज्य में महिला मतदाताओं की बड़ी संख्या और उनके निर्णायक प्रभाव को दर्शाता है। बिहार जैसे राज्य में, जहाँ महिलाओं की राजनीतिक चेतना और मतदान में भागीदारी बढ़ी है, उनका समर्थन हासिल करना किसी भी दल के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है।

कुल मिलाकर, पीएम मोदी का यह संबोधन न केवल महिलाओं को उनके योगदान के लिए सम्मान दे रहा था, बल्कि यह भी संकेत दे रहा था कि आने वाले समय में केंद्र सरकार की योजनाएं और नीतियां महिलाओं को सशक्त बनाने पर अधिक केंद्रित रहेंगी, जिसका सीधा फायदा चुनाव में वोटों के रूप में मिलने की उम्मीद है।

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