Lok Sabha Elections : आजम खान का नया दांव ,मायावती को बताया नायक, क्या सपा-बसपा फिर आएंगे साथ?
News India Live, Digital Desk: Lok Sabha Elections : उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच भले ही कई बार कड़वाहट देखी गई हो, लेकिन अब एक ऐसा बयान आया है जिसने सबको हैरान कर दिया है. सपा के फायरब्रांड नेता आजम खान ने बसपा सुप्रीमो मायावती की दिल खोलकर तारीफ की है. उन्होंने मायावती को 'नायक' (एक बड़ा नेता या हीरो) बताया है और कहा है कि उनके लिए मायावती से मिलना कभी मुश्किल नहीं रहा.
आजम खान ने क्या कहा?
आजम खान ने एक इंटरव्यू के दौरान मायावती के नेतृत्व और उनके राजनीतिक कद की सराहना करते हुए कहा, "मायावती एक नायक हैं, वह बहुत बड़ी नेता हैं." उन्होंने आगे कहा, "मैं जब चाहूं मायावती से मिल सकता हूं." आजम खान का यह बयान ऐसे समय में आया है जब वह खुद कई मुश्किलों से जूझ रहे हैं और उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर भी चर्चाएं हो रही हैं. यह बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल के वर्षों में सपा और बसपा ने कई बार एक साथ आने की कोशिश की, लेकिन गठबंधन ज़्यादा समय तक चल नहीं पाया.
बयान के राजनीतिक मायने:
आजम खान का यह बयान कई राजनीतिक कयासों को हवा दे रहा है.
- बदलते समीकरण: क्या यह बयान भविष्य में सपा और बसपा के बीच किसी नए राजनीतिक तालमेल का संकेत है, खासकर जब लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हों?
- आजम खान की रणनीति: क्या आजम खान अपनी मौजूदा स्थिति को देखते हुए कोई नई राजनीतिक राह तलाश रहे हैं? मायावती की तारीफ करके वे दलित और मुस्लिम वोटों के एक नए समीकरण की ओर इशारा कर रहे हैं, जो यूपी की राजनीति में गेम चेंजर साबित हो सकता है.
- दलित-मुस्लिम गठजोड़: यूपी में दलित और मुस्लिम वोटबैंक काफी अहमियत रखता है. अगर ये दोनों वर्ग किसी एक छत के नीचे आ जाएं तो इससे कई राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं. आजम खान का बयान इसी दिशा में एक पहल हो सकता है.
यह देखना दिलचस्प होगा कि आजम खान के इस बयान पर मायावती या बसपा की क्या प्रतिक्रिया आती है और यूपी की राजनीति में इसके क्या दूरगामी परिणाम होते हैं. फिलहाल, इस बयान ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है.
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