Last Pradosh fast of Sawan 2025 : 6 अगस्त को बुध प्रदोष, जानें पूजा विधि और क्या न करें
- by Archana
- 2025-08-06 11:48:00
News India Live, Digital Desk: Last Pradosh fast of Sawan 2025 : सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस माह में आने वाला प्रदोष व्रत विशेष रूप से पुण्यदायी माना जाता है। इस साल 2025 में, सावन का आखिरी प्रदोष व्रत 6 अगस्त को रखा जाएगा, जो कि बुधवार के दिन पड़ रहा है। इस कारण इसे 'बुध प्रदोष व्रत' के नाम से जाना जाएगा। यह व्रत श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। प्रदोष काल में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है, तथा नौकरी और व्यापार में उन्नति के योग बनते हैं।
प्रदोष व्रत 2025: कब है और मुहूर्त क्या है
सावन माह की त्रयोदशी तिथि 6 अगस्त 2025 को दोपहर 02:08 बजे से शुरू होगी और 7 अगस्त को दोपहर 02:27 बजे तक रहेगी। इसलिए, यह व्रत 6 अगस्त को ही रखा जाएगा।
प्रदोष काल में पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 07:08 बजे से रात 09:16 बजे तक रहेगा, जो भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
प्रदोष व्रत के दिन क्या करें:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें
घर की सफाई करें और गंगाजल से शुद्ध करें।
भगवान शिव का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें।
शिवलिंग का कच्चे दूध, दही, घी, शहद और जल (पंचामृत) से अभिषेक करें।
बेलपत्र, धतूरा, भांग और सफेद फूल आदि अर्पित करें।
शिव चालीसा का पाठ करें और "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।
व्रत को पूर्ण निर्जला या फलाहार के साथ कर सकते हैं।
प्रदोष व्रत के दिन क्या न करें:
लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा और अन्य तामसिक चीजों का सेवन न करें।
साधारण नमक का प्रयोग न करें, सेंधा नमक का उपयोग कर सकते हैं।
काले, नीले या गहरे रंग के कपड़े पहनकर पूजा न करें
शिवलिंग पर तुलसी, केतकी का फूल, सिंदूर, हल्दी और शंख से जल चढ़ाने से बचें।
किसी भी प्रकार का झूठ, क्रोध या अपशब्द का प्रयोग न करें।
किसी व्यक्ति का अपमान न करें और किसी से लड़ाई-झगड़ा न करें।
महिलाओं का अपमान न करें।
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