पेशाब की आदतों से जानें अपनी सेहत का हाल: कितनी बार जाना है नॉर्मल और कब लें डॉक्टर की सलाह

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सेहत का हाल जानने के लिए हम अक्सर डॉक्टर के पास जाते हैं या खून से जुड़ी जांच करवाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दिनभर में आप कितनी बार पेशाब करते हैं, यह भी आपकी सेहत के कई राज खोल सकता है? आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति दिनभर में 6 से 7 बार पेशाब करता है। इससे अधिक या कम बार पेशाब जाना यूटीआई, मधुमेह, या डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं का संकेत हो सकता है। आइए, जानें पेशाब की आदतों और उससे जुड़ी सेहत की गहराई से।

सेहतमंद व्यक्ति कितनी बार पेशाब करता है?

एक स्वस्थ व्यक्ति के पेशाब की आदतें उसकी सेहत के बारे में बहुत कुछ बताती हैं।

  • औसतन पेशाब:
    • एक सामान्य व्यक्ति दिन में 6-7 बार पेशाब करता है।
    • यह संख्या उम्र, मूत्राशय के आकार, और तरल पदार्थ के सेवन पर निर्भर करती है।
  • असामान्य स्थिति:
    • बार-बार पेशाब आना या बहुत कम पेशाब होना स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है।
    • गर्भवती महिलाओं में हार्मोनल बदलाव और मूत्राशय पर दबाव के कारण पेशाब की गिनती बढ़ सकती है।

पेशाब की गिनती को प्रभावित करने वाले कारण

  1. आयु और मूत्राशय का आकार:
    मूत्राशय की क्षमता और उम्र के साथ पेशाब की आदतें बदल सकती हैं।
  2. तरल पदार्थ का सेवन:
    पानी, कैफीन, और अल्कोहल का सेवन पेशाब की गिनती को प्रभावित करता है।
  3. बीमारियां:
    मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और यूटीआई पेशाब की संख्या पर असर डाल सकते हैं।
  4. दवाइयां और फिजिकल एक्टिविटी:
    कुछ दवाएं और ज्यादा शारीरिक गतिविधि भी बार-बार पेशाब आने का कारण बन सकती हैं।

बार-बार पेशाब आने के संभावित कारण

  1. अधिक तरल पदार्थ का सेवन:
    • कैफीन और अल्कोहल जैसे पेय पदार्थ पेशाब की गिनती बढ़ा सकते हैं।
  2. यूटीआई (मूत्र मार्ग संक्रमण):
    • पेशाब के दौरान जलन या दर्द यूटीआई का संकेत हो सकता है।
  3. मधुमेह:
    • बार-बार पेशाब आना और प्यास लगना मधुमेह के लक्षण हो सकते हैं।
  4. गर्भावस्था:
    • हार्मोनल बदलाव और मूत्राशय पर दबाव के कारण पेशाब की गिनती बढ़ सकती है।

पेशाब कम आने के संभावित कारण

  1. डिहाइड्रेशन:
    • शरीर में पानी की कमी पेशाब कम होने का मुख्य कारण हो सकती है।
  2. किडनी संबंधी समस्याएं:
    • किडनी की बीमारियां मूत्र उत्पादन को प्रभावित कर सकती हैं।
  3. मूत्रीय अवरोधन:
    • ऐसी स्थिति जहां मूत्राशय पूरी तरह खाली नहीं हो पाता।

डॉक्टर की सलाह कब जरूरी है?

  1. पेशाब की गिनती में बदलाव:
    • अगर पेशाब की गिनती सामान्य से ज्यादा या बहुत कम हो।
  2. पेशाब का रंग:
    • स्वस्थ व्यक्ति का पेशाब हल्का पीला होना चाहिए। अगर इसका रंग गहरा या असामान्य हो, तो यह चिंता का कारण हो सकता है।
  3. पेशाब के दौरान दर्द या खून:
    • पेशाब करते समय दर्द, जलन, या खून आना तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत है।

ब्लैडर को हेल्दी रखने के टिप्स

  1. पानी का पर्याप्त सेवन:
    • रोजाना 8-10 गिलास पानी पिएं।
  2. कैफीन और अल्कोहल से बचें:
    • इन पेय पदार्थों का सीमित सेवन करें।
  3. पेल्विक फ्लोर व्यायाम:
    • यह मूत्राशय पर नियंत्रण बनाए रखने में मदद करता है।
  4. साफ-सफाई का ध्यान:
    • यूटीआई जैसी समस्याओं से बचने के लिए हाइजीन का ध्यान रखें।