बस एक 'क्लिक' और खाता खाली! लोन के नाम पर हो रहे फ्रॉड से ऐसे बचें, वरना लग जाएगी लाखों की चपत
आज के डिजिटल जमाने में लोन लेना जितना आसान हो गया है, उतना ही बड़ा इसका खतरा भी बन गया है। अब आपको बैंक के चक्कर नहीं काटने पड़ते, फोन पर कुछ ही क्लिक्स में लोन मिल जाता है। लेकिन इसी आसानी का फायदा उठाकर ठग और धोखेबाज एक्टिव हो गए हैं। वे नकली लोन ऐप्स, फर्जी वेबसाइट्स और लुभावने फोन कॉल्स के जाल में फंसाकर आपकी मेहनत की कमाई पर डाका डाल रहे हैं।
यह जानना बेहद जरूरी है कि आप इन "डिजिटल चोरों" से खुद को और अपने पैसे को कैसे सुरक्षित रख सकते हैं। बस थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है।
लोन फ्रॉड से बचने के 5 अचूक तरीके:
1. सिर्फ RBI से मान्यता प्राप्त बैंक या ऐप पर ही करें भरोसा
धोखाधड़ी से बचने का यह पहला और सबसे जरूरी नियम है। हमेशा याद रखें, लोन केवल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से मान्यता प्राप्त बैंकों, NBFCs या उनके आधिकारिक ऐप्स से ही लें। गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद हर लोन ऐप भरोसेमंद नहीं होता। किसी भी ऑफर पर भरोसा करने से पहले उस कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट और कस्टमर केयर नंबर की जांच जरूर कर लें।
2. लोन से पहले फीस? समझ जाइए, 100% फ्रॉड है!
यह धोखेबाजों का सबसे पुराना और कारगर तरीका है। वे आपको लोन अप्रूव होने का झांसा देकर 'प्रोसेसिंग फीस', 'फाइल चार्ज' या 'जीएसटी' के नाम पर पहले ही पैसे जमा करने को कहेंगे। याद रखिए, कोई भी असली बैंक या वित्तीय संस्थान लोन देने से पहले आपसे कोई पैसा नहीं मांगता। प्रोसेसिंग फीस जैसी चीजें लोन की रकम से ही काटी जाती हैं, वह भी लोन आपके खाते में आने के बाद।
3. OTP और आधार-पैन, ये आपकी तिजोरी की चाबी हैं
कभी भी, किसी भी हालत में अपना आधार, पैन कार्ड, बैंक खाते की जानकारी या OTP किसी के साथ फोन, ईमेल या मैसेज पर साझा न करें। ये सिर्फ आपके डॉक्यूमेंट्स नहीं, बल्कि आपकी डिजिटल तिजोरी की चाबी हैं। ठग इन जानकारी का इस्तेमाल आपके नाम पर फर्जी लोन लेने के लिए कर सकते हैं, जिसकी EMI भरने की जिम्मेदारी आपकी होगी।
4. छोटे-छोटे अक्षरों में छिपा हो सकता है बड़ा धोखा
लोन लेने की जल्दी में कभी भी नियम और शर्तों को पढ़े बिना 'Agree' बटन पर क्लिक न करें। धोखेबाज अक्सर बहुत ज्यादा ब्याज दर और छिपे हुए चार्ज को छोटे-छोटे अक्षरों में छिपा देते हैं। लोन के दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें। अगर कोई बात समझ न आए, तो बैंक या संस्था से सवाल पूछने में बिल्कुल न हिचकिचाएं।
5. शक होते ही तुरंत बजाएं खतरे की घंटी
अगर आपको किसी लोन ऐप, कॉल या मैसेज पर जरा यदि थोड़ा भी संदेह हो तो तुरंत कार्रवाई करें। फौरन राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (helpline number 1930) पर या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं। आप नजदीकी पुलिस स्टेशन में भी रिपोर्ट कर सकते हैं। याद रखिए, धोखाधड़ी के मामले में जितनी जल्दी आप शिकायत करेंगे, आपके पैसे वापस मिलने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी।
निष्कर्ष:
डिजिटल लोन एक सुविधा है, जाल नहीं। आपकी जागरूकता और थोड़ी सी सतर्कता ही धोखाधड़ी से बचने का सबसे बड़ा हथियार है। किसी भी लुभावने ऑफर के झांसे में आने से पहले सोचें और जांच-पड़ताल करें, क्योंकि आपकी मेहनत की कमाई बहुत कीमती है।
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