Jharkhand will get new opportunities from India UK FTA: कारोबारियों और युवाओं के लिए खुलेंगे रोजगार के दरवाजे
News India Live, Digital Desk: Jharkhand will get new opportunities from India UK FTA: भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता FTA दोनों देशों के लिए एक ऐतिहासिक पहल साबित हो सकता है। यह समझौता भारत के राज्यों को, खासकर झारखंड जैसे संसाधन-समृद्ध राज्य को, बड़े आर्थिक लाभ पहुंचाएगा। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री फिक्की और अन्य व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता झारखंड के उद्यमियों और युवाओं के लिए विकास और रोजगार के नए द्वार खोलेगा।
झारखंड को FTA से मिलने वाले संभावित लाभ:
निर्यात में वृद्धि: झारखंड कई महत्वपूर्ण खनिजों, जैसे कोयला, लौह अयस्क, तांबा और बॉक्साइट का एक प्रमुख उत्पादक है। इसके अलावा, यहां का एमएसएमई सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र, कृषि उत्पाद और हैंडीक्राफ्ट उद्योग भी काफी समृद्ध है। FTA के तहत ब्रिटेन को भारतीय उत्पादों के निर्यात पर लगने वाले शुल्कों में कमी या समाप्ति होगी, जिससे झारखंड के उत्पाद ब्रिटेन के बाजारों में अधिक प्रतिस्पर्धी हो जाएंगे। इससे राज्य का निर्यात बढ़ेगा और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में इसकी हिस्सेदारी मजबूत होगी।
उद्योगों को बढ़ावा: शुल्क कम होने से न केवल पारंपरिक उद्योगों को फायदा होगा, बल्कि कपड़ा, फार्मास्यूटिकल्स और रत्न एवं आभूषण जैसे क्षेत्रों में भी निवेश और उत्पादन बढ़ने की संभावना है। नए विदेशी निवेश से राज्य में आधुनिक विनिर्माण इकाइयां स्थापित हो सकती हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
रोजगार सृजन: निर्यात बढ़ने और नए उद्योगों के आगमन से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे। विशेष रूप से युवाओं के लिए, जो विनिर्माण, निर्यात और संबंधित सेवाओं में नई भूमिकाएं प्राप्त कर सकते हैं। यह राज्य में बेरोजगारी दर को कम करने में सहायक होगा।
ज्ञान और प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान: FTA केवल वस्तुओं और सेवाओं तक सीमित नहीं रहता। यह तकनीक, कौशल विकास और बेस्ट प्रैक्टिसेज के आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहित करेगा। झारखंड को ब्रिटिश विशेषज्ञता से लाभ मिल सकता है, जिससे स्थानीय कौशल और तकनीक में सुधार होगा।
फिक्की और विभिन्न औद्योगिक संगठन लगातार इस FTA की पैरवी कर रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि यह भारत को वैश्विक व्यापार में एक मजबूत स्थान दिलाने के साथ-साथ राज्यों को भी आत्मनिर्भर बनने का अवसर देगा। यह समझौता झारखंड के लिए एक सुनहरा अवसर है जो इसे न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित कर सकता है।
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