Jharkhand : जब औजारों को लगाया गया चंदन का टीका ,जमशेदपुर के NTTF में कुछ इस तरह मनी विश्वकर्मा पूजा

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 News India Live, Digital Desk: मंगलवार का दिन उन लोगों के लिए बेहद खास था जो अपने हुनर और औजारों की बदौलत दुनिया को चलाते हैं। देवशिल्पी, यानी दुनिया के सबसे पहले इंजीनियर, भगवान विश्वकर्मा की जयंती के अवसर पर पूरे शहर के कारखानों, वर्कशॉप्स और तकनीकी संस्थानों में धूम देखने को मिली। ऐसा ही एक बेहद भक्ति और उत्साह भरा माहौल जमशेदपुर के गोलमुरी स्थित एनटीटीएफ आरडी टाटा टेक्निकल इंस्टीट्यूट में भी नजर आया।

मशीनों की 'आरती', औजारों की 'वंदना'

इस संस्थान में पढ़ने वाले भविष्य के इंजीनियरों और टेक्निशियनों के लिए यह दिन सिर्फ एक छुट्टी नहीं, बल्कि एक सबक था। यह सबक था उन मशीनों और औजारों का सम्मान करने का, जो उनके ज्ञान और कौशल का आधार हैं।

सुबह से ही संस्थान में उत्सव का माहौल था। छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर संस्थान के सभी लैब्स और वर्कशॉप की मशीनों और उपकरणों की अच्छी तरह से साफ-सफाई की। इसके बाद, संस्थान की प्रिंसिपल प्रीता जॉन, प्रशासनिक अधिकारी वरुण कुमार और सभी प्रशिक्षकों और छात्रों ने मिलकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।

हर एक मशीन पर चंदन का तिलक लगाया गया, फूल मालाएं चढ़ाई गईं और फिर सबने मिलकर भगवान विश्वकर्मा की आरती गाई। यह दृश्य देखने लायक था, जहां हर कोई हाथ जोड़कर उन निर्जीव मशीनों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कर रहा था, जो असल में उनकी सफलता की सीढ़ी हैं।

"औजारों का सम्मान ही सच्ची पूजा" - प्रिंसिपल प्रीता जॉन

इस अवसर पर संस्थान की प्रिंसिपल, श्रीमती प्रीता जॉन ने छात्रों को विश्वकर्मा पूजा का असली मतलब समझाया। उन्होंने कहा, "यह दिन हमें याद दिलाता है कि जिन औजारों और मशीनों से हम काम करते हैं, वे केवल लोहे के टुकड़े नहीं हैं, बल्कि हमारी रोजी-रोटी और हमारे कौशल का स्रोत हैं। जब हम इनका सम्मान करते हैं, इन्हें साफ-सुथरा और सुरक्षित रखते हैं, तो असल में यही भगवान विश्वकर्मा की सच्ची पूजा होती है।"

उन्होंने छात्रों को यह भी संदेश दिया कि काम के दौरान सुरक्षा सबसे पहले आती है, और अपने उपकरणों का ध्यान रखना भी उसी सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

पूजा के बाद सभी छात्रों और कर्मचारियों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। छात्रों का उत्साह देखते ही बन रहा था, और यह कार्यक्रम संस्थान की परंपरा का एक खूबसूरत उदाहरण बन गया।

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