Jharkhand Cybercrime : जामताड़ा में ध्वस्त हुआ बड़ा साइबर स्कैम, नकली कार्ड से चल रही थी ये लूट

Post

News India Live, Digital Desk: साइबर ठगी की दुनिया में एक बड़ा खेल जामताड़ा पुलिस ने हाल ही में ध्वस्त किया है. यह झारखंड का वह इलाका है जो साइबर अपराधों के लिए देश भर में बदनाम हो चुका है. इस बार जामताड़ा पुलिस ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें अपराधी बेहद शातिर तरीके से फर्जी सिम कार्ड और एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करके लोगों को चूना लगाते थे. इस खुलासे ने एक बार फिर साइबर अपराधियों की नई रणनीति और उनकी पहुंच को उजागर किया है.

पुलिस की जांच में यह सामने आया कि ये जालसाज भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए खास तरह से फर्जीवाड़ा करते थे. उनके अपराध का एक मुख्य आधार थे नकली सिम कार्ड और एटीएम कार्ड, जिनकी मदद से वे अपनी पहचान छिपाकर फ्रॉड करते थे. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इन जाली सिम और एटीएम कार्ड को एक खास रणनीति के तहत ट्रेनों के ज़रिए जामताड़ा तक पहुंचाया जाता था. अपराधी सोच समझकर ट्रेनों को ट्रांसपोर्ट का जरिया बनाते थे, क्योंकि इससे सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ में आने का खतरा कम हो जाता था.

खुलासे के अनुसार, अपराधियों का यह नेटवर्क हर एक जाली सिम कार्ड और एटीएम कार्ड को 2,500 रुपये में बेचता था. कल्पना कीजिए कि कितनी बड़ी संख्या में ये फर्जी कार्ड पूरे देश से जामताड़ा पहुँच रहे थे और किस कदर ये आम लोगों के लिए खतरा बने हुए थे. इन फर्जी कार्ड का इस्तेमाल अक्सर फोन पर ठगी करने, लोगों के बैंक अकाउंट खाली करने और ऑनलाइन धोखेबाजी में किया जाता था. जैसे ही पुलिस को इस गोरखधंधे की जानकारी मिली, तत्काल कार्रवाई करते हुए इस पूरे रैकेट का भंडाफोड़ किया गया. इस बड़ी सफलता से पुलिस को साइबर अपराधियों की जड़ों तक पहुँचने में मदद मिली है और कई बेकसूर लोगों को भविष्य में होने वाली ठगी से बचाया जा सकेगा.

--Advertisement--