Jharkhand crime : कोयले की कालिख से करोड़ों का साम्राज्य वासेपुर के नए डॉन प्रिंस खान की कमर तोड़ने को तैयार ED
News India Live, Digital Desk: गैंग्स ऑफ वासेपुर'... यह नाम सुनते ही ज़हन में धनबाद के कोयला माफिया, गैंगवार और गोलियों की तड़तड़ाहट गूंजने लगती है। लेकिन यह सिर्फ़ फ़िल्मी कहानी नहीं है। उसी वासेपुर की ज़मीन पर अब एक असली किरदार प्रिंस खान का खौफ है, जो धमकी और गोलीबारी के दम पर कोयला कारोबारियों से करोड़ों की रंगदारी वसूल कर रातों-रात अमीर बन गया।
लेकिन अब इस गैंगस्टर के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने प्रिंस खान और उसके पूरे गिरोह की काली कमाई का कच्चा चिट्ठा तैयार कर लिया है और अब उसकी करोड़ों की संपत्तियों को ज़ब्त करने की पूरी तैयारी में है। यह कार्रवाई प्रिंस खान के आपराधिक साम्राज्य की आर्थिक कमर तोड़ने का काम करेगी।
कौन है यह प्रिंस खान?
प्रिंस खान, धनबाद के कुख्यात गैंगस्टर फहीम खान का भतीजा है। उसने अपने चाचा के नाम का इस्तेमाल कर खौफ का एक ऐसा नेटवर्क बनाया जिससे बड़े-बड़े कोयला कारोबारी भी कांपने लगे। उसका काम करने का तरीका बिल्कुल फ़िल्मी था:
- पहले कारोबारियों को फ़ोन पर धमकाना।
- फिर दहशत फैलाने के लिए उनके घरों या दफ़्तरों पर गोलियां चलवाना।
- और आख़िर में करोड़ों रुपये की रंगदारी वसूलना।
हैरानी की बात यह है कि प्रिंस खान ने यह सारा खेल जेल में बंद रहते हुए भी चलाया और फिर देश से फ़रार होकर दुबई जैसे देशों से सोशल मीडिया पर धमकी भरे वीडियो डालकर अपना गैंग चलाता रहा।
रंगदारी के पैसों का क्या किया?
अब सवाल यह है कि रंगदारी से वसूले गए इन करोड़ों रुपयों का प्रिंस खान ने आख़िर किया क्या? ED की जांच में यही सच सामने आया है। उसने इस काले धन को सफेद बनाने के लिए ज़मीन और प्रॉपर्टी में निवेश किया। ED ने उसकी कई बेनामी संपत्तियों का पता लगाया है, जो उसने अपने गुर्गों या रिश्तेदारों के नाम पर ख़रीद रखी हैं। इनमें आलीशान मकान, महंगी ज़मीनें और कई दूसरी प्रॉपर्टीज़ शामिल हैं।
अब ED का एक्शन प्लान क्या है?
ED ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज कर प्रिंस खान पर अपना शिकंजा कस लिया है।
- उसकी सभी अवैध संपत्तियों की लिस्ट तैयार कर ली गई है।
- जल्द ही इन तमाम संपत्तियों को अटैच यानी ज़ब्त करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
- ED का मानना है कि जब प्रिंस खान का फ़ाइनेंशियल नेटवर्क टूट जाएगा, तो उसका गैंग अपने आप ही ख़त्म हो जाएगा।
प्रिंस खान भले ही आज देश से बाहर बैठकर ख़ुद को 'डॉन' समझ रहा हो, लेकिन क़ानून के लंबे हाथ अब उसकी गर्दन तक पहुंच गए हैं। उसकी संपत्ति की ज़ब्ती इस बात का ऐलान है कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, क़ानून से बच नहीं सकता।
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