Jhalawar school Accident: शिक्षकों की लापरवाही बनी काल बच्चों ने सुनाई आंखो देखी बड़ा एक्शन की तैयारी
News India Live, Digital Desk: Jhalawar school Accident: राजस्थान के झालवाड़ जिले में एक सरकारी स्कूल की छत गिरने की हृदय विदारक घटना ने प्रशासन और अभिभावकों के बीच हड़कंप मचा दिया है। इस हादसे में जहां कई बच्चे घायल हुए हैं, वहीं अब शिक्षकों की लापरवाही भी सामने आने लगी है, जिसे बच्चों ने खुद अपनी आंखों देखा बताया है। यह घटना शिक्षा व्यवस्था में जर्जर बुनियादी ढांचे और उसके प्रबंधन में लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
जिस सरकारी स्कूल में यह हादसा हुआ, उसकी इमारत काफी समय से जर्जर हालत में थी। स्थानीय लोगों और बच्चों के माता-पिता का आरोप है कि उन्होंने कई बार स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग को इस खराब स्थिति के बारे में आगाह किया था, लेकिन उनकी चेतावनियों को गंभीरता से नहीं लिया गया। इसके बावजूद, स्कूल के बच्चों को उसी खतरनाक इमारत में बैठकर पढ़ाई करने के लिए मजबूर किया जा रहा था।
हादसे के प्रत्यक्षदर्शी बच्चों ने बताया कि जब छत गिरी, उस वक्त कक्षाओं में शिक्षक भी मौजूद थे। बच्चों का आरोप है कि खतरे की स्पष्ट चेतावनी (जैसे छत से गिरता मलबा या दीवार में दरारें) के बावजूद, शिक्षकों ने स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया और बच्चों को कक्षा से बाहर निकलने या सुरक्षित जगह पर जाने की अनुमति नहीं दी। उनकी यह लापरवाही ही हादसे के इतने गंभीर होने का एक मुख्य कारण मानी जा रही है, जिसमें बच्चे छत के मलबे में दब गए।
हादसे के तुरंत बाद ग्रामीण और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया गया। घायल बच्चों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। जिला कलेक्टर और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने लापरवाही के लिए जिम्मेदार पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस मामले में दोषी शिक्षकों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके और बच्चों को सुरक्षित वातावरण में शिक्षा मिल सके।
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