सिर्फ़ माउथ फ्रेशनर नहीं, इसके पीछे छिपा है पूरा साइंस ,जानें खाने के बाद क्यों दी जाती है सौंफ-मिश्री
News India Live, Digital Desk: हम जब भी किसी होटल या रेस्टोरेंट में खाना खाने जाते हैं, तो बिल के साथ एक छोटी सी कटोरी में सौंफ और मिश्री ज़रूर आती है। यह सिर्फ़ होटलों में ही नहीं, बल्कि हमारे घरों में भी एक पुराना रिवाज़ है। अक्सर हम इसे बस एक माउथ फ्रेशनर समझकर खा लेते हैं, ताकि मुँह का ज़ायका अच्छा हो जाए।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ़ सौंफ़ क्यों नहीं, उसके साथ मिश्री क्यों दी जाती है? असल में, यह महज़ एक परंपरा नहीं है, बल्कि इसके पीछे हमारी सेहत से जुड़े कई गहरे और वैज्ञानिक कारण छिपे हैं। यह छोटा सा कॉम्बिनेशन हमारे पाचन तंत्र के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
चलिए जानते हैं कि खाने के बाद सौंफ और मिश्री खाने की यह आदत हमारी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद है।
पाचन का पावरहाउस है यह जोड़ी
भारी और मसालेदार खाना खाने के बाद अक्सर पेट में भारीपन, गैस या अपच जैसी समस्या महसूस होने लगती है। सौंफ इस समस्या का रामबाण इलाज है। सौंफ में कुछ ऐसे एसेंशियल ऑयल होते हैं जो पेट में पाचक रसों (digestive juices) और एंजाइम को बनाने में मदद करते हैं। इससे खाना आसानी से और जल्दी पचता है।
तो फिर मिश्री का क्या काम है? जब सौंफ के साथ मिश्री खाई जाती है, तो यह भी पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती है और पेट को ठंडक पहुंचाती है।
सांसों को दे ताज़गी
यह इसका सबसे आम और जाना-माना फायदा है। खाने में अगर लहसुन-प्याज जैसी तेज महक वाली चीज़ों का इस्तेमाल हुआ हो, तो सौंफ एक बेहतरीन प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर का काम करती है। इसकी खुशबू और स्वाद तुरंत सांसों की दुर्गंध को दूर करके एक ताज़गी भरा एहसास देते हैं।
एसिडिटी की छुट्टी
अगर आपको अक्सर खाना खाने के बाद सीने में जलन या एसिडिटी की शिकायत रहती है, तो आपको यह आदत ज़रूर अपनानी चाहिए। सौंफ में पेट के एसिड को संतुलित करने वाले गुण होते हैं। वहीं, मिश्री की तासीर भी ठंडी मानी जाती है। जब ये दोनों मिलते हैं, तो पेट की जलन और एसिडिटी को शांत करने में मदद करते हैं।
तुरंत मिलती है एनर्जी
क्या आपको भी भारी भोजन के बाद नींद और सुस्ती आने लगती है? इसका कारण यह है कि हमारा शरीर सारी ऊर्जा खाने को पचाने में लगा देता है। मिश्री, ग्लूकोज का एक सरल रूप है, जिसे हमारा शरीर तुरंत सोख लेता है। इससे हमें एक हल्का सा एनर्जी बूस्ट मिलता है, जो खाने के बाद की सुस्ती को दूर भगाने में मदद करता है।
तो अगली बार जब आपके सामने सौंफ और मिश्री की कटोरी आए, तो उसे सिर्फ एक मामूली माउथ फ्रेशनर समझने की गलती न करें। यह हमारे पूर्वजों का दिया हुआ एक छोटा सा आयुर्वेदिक नुस्खा है, जो स्वाद और सेहत, दोनों का खयाल रखता है।
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