गाजा में क्या ‘ट्रंप कार्ड’ चल गया? ट्रंप का बड़ा दावा- "डील साइन हुई, हमास 20 बंधकों को छोड़ने को तैयार"

Post

Gaza Peace Deal: इजरायल और हमास के बीच चल रहे खूनी संघर्ष में हर पल बदलती खबरों के बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसा बड़ा और चौंकाने वाला दावा किया है जिसने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है।

ट्रंप ने ऐलान किया है कि उनकी मध्यस्थता से, इजरायल और हमास के बीच शांति समझौते का पहला चरण (Phase One) साइन हो गया है, और इस डील के तहत आतंकी संगठन हमास अपने कब्जे से 20 बंधकों को रिहा करने के लिए राजी हो गया है।

क्या है ट्रंप का ‘पीस प्लान’?
ट्रंप हमेशा से खुद को एक बेहतरीन ‘डीलर’ और मध्यस्थ मानते आए हैं। उनका यह दावा भी इसी छवि को मजबूत करता है। उन्होंने पहले भी कहा था कि अगर वे राष्ट्रपति बने, तो इस युद्ध को मिनटों में खत्म कर देंगे।
यह दावा उनके उस अल्टीमेटम के ठीक बाद आया है, जिसमें उन्होंने हमास को चार दिन के अंदर शांति प्रस्ताव मानने की चेतावनी दी थी।

ट्रंप क्यों कर रहे हैं यह दावा?
इस दावे के पीछे की असली वजह गाजा में शांति लाने के साथ-साथ अमेरिका की घरेलू राजनीति भी है।

  • चुनाव से पहले बड़ा ‘मास्टरस्ट्रोक’: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव सिर पर हैं, और ट्रंप का यह दावा उन्हें मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन के मुकाबले एक ज्यादा मजबूत और निर्णायक नेता के तौर पर पेश करता है। वे यह दिखाना चाहते हैं कि जो काम बाइडेन महीनों में नहीं कर पाए, वो उन्होंने कर दिखाया।
  • खुद को साबित करने की कोशिश: यह ट्रंप का दुनिया को यह बताने का तरीका है कि अंतरराष्ट्रीय मसलों को सुलझाने की काबिलियत सिर्फ उन्हीं के पास है।

लेकिन क्या इस दावे में सच्चाई है?
यहीं पर कहानी में एक बड़ा ‘लेकिन’ है। अभी तक:

  • इजरायल ने इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
  • हमास की तरफ से भी इस डील को लेकर कोई बयान नहीं आया है।

पूरी दुनिया सांसें थामकर इस खबर की पुष्टि का इंतजार कर रही है। अगर ट्रंप का यह दावा सच निकलता है, तो यह उन 20 बंधकों के परिवारों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी होगी, जिनका हर एक पल अपने प्रियजनों के इंतजार में कट रहा है।

और अगर यह सिर्फ एक ‘चुनावी जुमला’ साबित हुआ, तो यह युद्ध की आग में जल रहे लोगों की उम्मीदों के साथ एक बड़ा मजाक होगा।

--Advertisement--