International Community: ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने इजराइल को घेरा, गाजा में सहायता नीति नरसंहार का सस्ता रूप'

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News India live, Digital Desk : ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल पर बहुत ही कड़ा और गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने इजराइल की उस नीति को, जिसके तहत वह गाजा में मानवीय सहायता और खाने-पीने की चीज़ों को रोकता है, 'नरसंहार का सबसे सस्ता और भयानक रूप' करार दिया है। खामेनेई ने इस बात को इस्लामिक देशों के एक संगठन की बैठक में रखा, जो 'पश्चिमी इस्लामिक देशों' से जुड़े थे।


अयातुल्ला खामेनेई ने दावा किया कि इजराइल जानबूझकर गाजा के फिलिस्तीनी लोगों को उनके विरोध (प्रतिरोध) के लिए दंडित कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि इजराइल मानवीय सहायता को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है, ताकि फिलिस्तीनी लोगों को उनके 'विरोध' करने के लिए सज़ा दी जा सके और उन्हें भूखा मारा जा सके। उन्होंने इस कार्रवाई को नरसंहार का ऐसा रूप बताया, जिसमें सीधा गोली नहीं चलती, लेकिन लोगों को मौत के करीब धकेल दिया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय और पश्चिमी देशों पर सवाल:
ईरानी नेता ने संयुक्त राष्ट्र (UN), इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ये सभी संगठन इस भयानक स्थिति पर कुछ नहीं बोल रहे हैं या कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। खामेनेई ने सीधे तौर पर पश्चिमी देशों, खासकर अमेरिका पर इजराइल का समर्थन करने का आरोप लगाया। उनके अनुसार, पश्चिमी देशों के समर्थन के कारण ही इजराइल ऐसी क्रूर नीतियां अपनाने की हिम्मत कर रहा है।

इजराइल का मकसद और प्रतिरोध का संदेश:
खामेनेई के मुताबिक, इजराइल का मुख्य मकसद फिलिस्तीनी लोगों को गाजा से पूरी तरह से मिटाना और उनका अस्तित्व खत्म करना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इजराइल ऐसा करने में सफल नहीं होगा। उन्होंने 'प्रतिरोध की धुरी' का जिक्र किया और उन लोगों की आलोचना की, जो इस संघर्ष में गलत अंदाज़ा लगा रहे हैं या पीछे हट रहे हैं।

ईरान के सर्वोच्च नेता ने कहा कि इजराइल पर हमला 'प्रतिरोध की धुरी' के सदस्यों को दंडित करने के लिए किया गया था। उनका इशारा शायद हाल ही में सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हुए हमले की ओर था, जिसका आरोप ईरान इजराइल पर लगाता है।

खामेनेई ने इस बात पर जोर दिया कि गाजा के लोगों का साहस और उनका दृढ़ संकल्प 'दमन के खिलाफ एक नया विश्व आंदोलन' पैदा करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इजराइल के 'नरसंहारी' कृत्यों को अमेरिका और पश्चिम का पूरा समर्थन मिल रहा है, लेकिन दुनिया इसे चुपचाप नहीं देखती रहेगी।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब इजराइल और हमास के बीच युद्ध जारी है और गाजा में मानवीय संकट गंभीर होता जा रहा है। ईरान लगातार फिलिस्तीनी समूहों का समर्थन करता रहा है और इजराइल को खुले तौर पर दुश्मन मानता है।

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