International Career : अमेरिका का सपना छोड़ो ,ये 5 देश भारतीयों को हाथों-हाथ दे रहे हैं नौकरी और वीज़ा
News India Live, Digital Desk: हर साल हज़ारों भारतीय इंजीनियर और प्रोफेशनल्स अमेरिका में नौकरी करने का सपना देखते हैं, लेकिन H-1B वीज़ा की कठिन लॉटरी और लंबे इंतज़ार के चलते कई लोगों के हाथ सिर्फ़ निराशा लगती है. पर अब आपको हताश होने की ज़रूरत नहीं है. दुनिया के कई देश भारतीय टैलेंट की क़द्र कर रहे हैं और अमेरिका से कहीं ज़्यादा आसानी से वर्क वीज़ा दे रहे हैं. अगर आप भी बेहतर भविष्य की तलाश में हैं, तो इन 5 देशों पर एक नज़र ज़रूर डालें.
1. जर्मनी (Germany): जॉब नहीं, फिर भी वीज़ा पक्का!
जर्मनी अब पढ़े-लिखे और हुनरमंद लोगों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है. उसने एक नया "अपॉर्च्युनिटी कार्ड" वीज़ा शुरू किया है, जो किसी जादू की छड़ी जैसा है. इसकी सबसे ख़ास बात यह है कि आपको जर्मनी जाने के लिए पहले से नौकरी की ज़रूरत नहीं है. आप इस वीज़ा पर जर्मनी जाकर एक साल तक अपने लिए नौकरी ढूंढ सकते हैं. यह वीज़ा आपकी डिग्री, काम के अनुभव और भाषा की जानकारी के आधार पर पॉइंट्स सिस्टम से मिलता है. अगर आपके पास सही स्किल है, तो यह आपके लिए यूरोप में करियर बनाने का सुनहरा दरवाज़ा है.
2. यूनाइटेड किंगडम (UK): सीधा और सरल रास्ता
यूके हमेशा से भारतीयों की पसंदीदा जगहों में से एक रहा है. यहाँ का 'स्किल्ड वर्कर वीज़ा' H-1B वीज़ा का एक मज़बूत विकल्प है. इसके लिए आपको बस यूके की किसी मान्यता प्राप्त कंपनी से जॉब का ऑफर, ठीक-ठाक अंग्रेज़ी और एक तय सैलरी की ज़रूरत होती है. अगर ये शर्तें पूरी हो जाती हैं, तो वीज़ा मिलना बहुत आसान है. सबसे अच्छी बात यह है कि 5 साल यहाँ काम करने के बाद आप परमानेंट रेज़िडेंसी (PR) के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं.
3. नीदरलैंड (Netherlands): सबसे तेज़ वीज़ा और बेहतरीन ज़िंदगी
अगर आप काम के साथ-साथ एक सुकून भरी ज़िंदगी भी चाहते हैं, तो नीदरलैंड आपके लिए एकदम सही जगह है. यहाँ का "हाइली स्किल्ड माइग्रेंट वीज़ा" प्रोग्राम बहुत तेज़ है और कई बार तो वीज़ा सिर्फ़ 2 से 4 हफ़्तों में ही लग जाता है. इस वीज़ा की ज़्यादातर कागज़ी कार्यवाही आपकी कंपनी ही कर देती है, जिससे आपको कोई झंझट नहीं होती. आईटी, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी की फील्ड में यहाँ नौकरियों की भरमार है.
4. ऑस्ट्रेलिया (Australia): आपके हुनर की असली क़द्र
ऑस्ट्रेलिया का मौसम और यहाँ की शानदार ज़िंदगी हमेशा से भारतीयों को लुभाती रही है. यहाँ का वीज़ा सिस्टम पूरी तरह से आपके हुनर पर निर्भर करता है. 'स्किल्ड माइग्रेशन प्रोग्राम' के तहत आपकी उम्र, पढ़ाई, अनुभव और अंग्रेज़ी के ज्ञान के आधार पर पॉइंट्स मिलते हैं. अगर आपका प्रोफ़ेशन उनकी डिमांड लिस्ट में है (जैसे आईटी, हेल्थकेयर, इंजीनियरिंग), तो वीज़ा पाना आपके लिए बहुत आसान हो जाता है.
5. जापान (Japan): टेक्नोलॉजी के देश में करियर
कई लोग भाषा की वजह से जापान जाने से कतराते हैं, लेकिन जापान अब विदेशी टैलेंट को बुलाने के लिए अपनी पॉलिसी बदल रहा है. यहाँ का "स्पेसिफाइड स्किल्ड वर्कर" वीज़ा उन लोगों के लिए है जिनके पास ख़ास तरह का हुनर है. इस वीज़ा के लिए सबसे ज़रूरी है जापान की किसी कंपनी से जॉब ऑफर. एक बार आपको नौकरी मिल गई, तो कंपनी ही आपके लिए वीज़ा की प्रक्रिया शुरू कर देती है, जो काफ़ी तेज़ी से पूरी होती है.
इसलिए, अगर H-1B वीज़ा की अनिश्चितता आपको परेशान कर रही है, तो इन देशों के बारे में सोचें. ये देश न सिर्फ़ आपके करियर को नई उड़ान देंगे, बल्कि एक बेहतर ज़िंदगी जीने का मौका भी देंगे.
--Advertisement--