Indira Ekadashi 2025 : कर्ज़ और तंगी से हैं परेशान? पितृ पक्ष की इस एकादशी पर तुलसी का एक उपाय भर देगा आपकी तिजोरी
News India Live, Digital Desk: Indira Ekadashi 2025 : हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है और इसका बहुत बड़ा महत्व है। हर महीने दो एकादशी आती हैं और हर एक का अपना ख़ास नाम और महत्व होता है। लेकिन श्राद्ध या पितृ पक्ष के दौरान पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की एकादशी का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। इसे इंदिरा एकादशी के नाम से जाना जाता है।
यह एकादशी इसलिए सबसे ख़ास है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से न सिर्फ़ श्री हरि का आशीर्वाद मिलता है, बल्कि हमारे पितर यानी पूर्वज भी तृप्त होते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि अगर इस दिन कुछ ख़ास उपाय किए जाएं, तो पितरों के आशीर्वाद से जीवन में चल रही पैसों की तंगी और परेशानियां दूर हो जाती हैं।
क्यों ख़ास है पितरों का आशीर्वाद?
शास्त्रों में कहा गया है कि अगर हमारे पितर हमसे प्रसन्न और तृप्त रहते हैं, तो वे हमें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। उनके आशीर्वाद से घर में बरकत होती है और धन से जुड़ी समस्याएं कभी परेशान नहीं करतीं। इंदिरा एकादशी का दिन अपने पितरों को प्रसन्न करने का सबसे उत्तम अवसर माना जाता है।
आर्थिक तंगी दूर करने का सरल तुलसी उपाय
अगर आप भी पैसों की कमी, कर्ज़ या किसी भी तरह की आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं, तो इस इंदिरा एकादशी पर तुलसी जी से जुड़ा यह एक सरल उपाय ज़रूर आज़माएं।
- क्या करें: इंदिरा एकादशी की शाम को स्नान करके साफ़-सुथरे वस्त्र पहनें।
- तुलसी के पास जाएं: इसके बाद अपने घर में लगे तुलसी के पौधे के पास जाएं।
- दीपक जलाएं: तुलसी जी के सामने गाय के घी का एक दीपक जलाएं।
- परिक्रमा करें: अब, 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करते हुए तुलसी के पौधे की 11 बार परिक्रमा करें।
- प्रार्थना करें: परिक्रमा पूरी करने के बाद, हाथ जोड़कर भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी के साथ-साथ अपने पितरों का भी ध्यान करें। उनसे अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगें और अपने घर-परिवार पर कृपा बनाए रखने तथा आर्थिक संकटों को दूर करने की प्रार्थना करें।
ऐसी मान्यता है कि श्रद्धा और विश्वास के साथ किया गया यह छोटा सा उपाय बहुत ही शक्तिशाली होता है। इससे भगवान विष्णु की कृपा तो मिलती ही है, साथ ही हमारे पितर भी प्रसन्न होकर हमें धन-धान्य और सुख-शांति का आशीर्वाद देते हैं, जिससे घर में कभी भी पैसों की कमी नहीं होती।
--Advertisement--