Nifty 50 में IndiGo की धमाकेदार एंट्री! अब कंपनी की तिजोरी में होगी 537 मिलियन डॉलर की बारिश

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शेयर बाजार की दुनिया में Nifty 50 क्लब का सदस्य बनना किसी भी कंपनी के लिए एक बहुत बड़े सम्मान की बात होती है। यह क्लब देश की 50 सबसे बड़ी और सबसे ताकतवर कंपनियों का समूह है। इस क्लब में शामिल होने का मतलब है कि अब वो कंपनी भारतीय अर्थव्यवस्था के दिग्गजों की लीग में शामिल हो गई है। और अब, इस prestigieuze (प्रतिष्ठित) क्लब में एक नया नाम जुड़ने जा रहा है - IndiGo एयरलाइन को चलाने वाली कंपनी, इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation)!

यह खबर सिर्फ कंपनी के लिए ही नहीं, बल्कि उसके लाखों निवेशकों के लिए भी एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। लेकिन इस एंट्री का सबसे बड़ा और सीधा फायदा जो IndiGo को मिलने वाला है, वह है पैसों की एक भारी-भरकम बारिश!

कहां से और क्यों आएगा इतना पैसा?

जैसे ही कोई कंपनी Nifty 50 में शामिल होती है, तो उसका कद बाजार में बहुत बढ़ जाता है। इसके बाद, जितने भी बड़े-बड़े पैसिव इन्वेस्टमेंट फंड्स और ETFs (Exchange Traded Funds) होते हैं, जो सिर्फ Nifty 50 की कंपनियों में ही पैसा लगाते हैं, उनके लिए यह जरूरी हो जाता है कि वे इस नई कंपनी के शेयर खरीदें।

बाजार के जानकारों का अनुमान है कि सिर्फ इस एक कदम से, यानी Nifty 50 में शामिल होने से, इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में लगभग 537 मिलियन डॉलर (यानी करीब 4,500 करोड़ रुपये) का नया निवेश आएगा। यह पैसा इन बड़े-बड़े फंड्स की तरफ से आएगा, जो अपने पोर्टफोलियो को Nifty 50 के हिसाब से एडजस्ट करने के लिए IndiGo के शेयर खरीदेंगे। यह एक बहुत बड़ा अमाउंट है जो कंपनी की वैल्यू को और भी मजबूत करेगा।

किसकी जगह ले रही है IndiGo?

Nifty 50 में हमेशा 50 कंपनियां ही रहती हैं। तो अगर कोई नई कंपनी अंदर आती है, तो किसी पुरानी कंपनी को बाहर जाना पड़ता है। इस बार, IndiGo की एंट्री के लिए जो कंपनी बाहर हो रही है, वह है देश की बड़ी आईटी कंपनियों में से एक, विप्रो (Wipro)। विप्रो अब Nifty 50 का हिस्सा नहीं रहेगी, जो उसके लिए एक झटका है।

इसके अलावा, कुछ और इंडेक्स में भी बदलाव किए गए हैं। Nifty Next 50 में अडानी विल्मर की जगह अडानी पावर को शामिल किया गया है।

यह फेरबदल दिखाता है कि भारतीय बाजार कितना डायनामिक है और कैसे यहां कंपनियां अपने प्रदर्शन के दम पर आगे बढ़ती हैं। IndiGo की यह ऊंची उड़ान भारतीय एविएशन सेक्टर के बढ़ते दबदबे का भी प्रतीक है।

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