Indian cricket Team : टीम इंडिया के नए तेज गेंदबाज आकाश दीप की सफलता के पीछे इंग्लैंड का एक बड़ा हाथ है
News India Live, Digital Desk: Indian cricket Team : जब कोई भारतीय क्रिकेटर टीम इंडिया की जर्सी पहनता है, तो हमें उसकी रफ्तार, विकेट और प्रदर्शन तो दिखता है, लेकिन उस जर्सी तक पहुंचने के पीछे की कड़ी मेहनत और अनसुने किस्से अक्सर छिपे रह जाते हैं। टीम इंडिया के नए तेज गेंदबाजी सेंसेशन आकाश दीप की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। उनकी सफलता का एक बड़ा सीक्रेट इंग्लैंड की उन पिचों में छिपा है, जिसके बारे में उन्होंने हंसते हुए कहा, "मुझे छोटी गंगा बोलकर नाले में कुदा दिया था।"
यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन आकाश दीप का यही अनुभव आज उन्हें एक खतरनाक और स्मार्ट गेंदबाज बना चुका है।
क्या है 'छोटी गंगा' और 'नाले' का किस्सा?
हर तेज गेंदबाज की तरह आकाश दीप भी यह सोचते थे कि इंग्लैंड का मतलब है हरी-भरी, स्विंग और सीम की मददगार पिचें, जहां गेंदबाजी करने में मजा आएगा। लेकिन जब वह वहां क्लब क्रिकेट खेलने पहुंचे, तो उनका सामना बिल्कुल सपाट और बेजान पिचों से हुआ। इन पिचों पर गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं था।
इसी अनुभव को उन्होंने मजाकिया अंदाज में बयां करते हुए कहा कि उम्मीद तो 'छोटी गंगा' (तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग) की थी, लेकिन असल में उन्हें 'नाले' (बेजान पिचें) में गेंदबाजी करने को मजबूर कर दिया गया।
कैसे इस 'धोखे' ने बदल दी गेंदबाजी?
यहीं से आकाश दीप के एक गेंदबाज के तौर पर बदलने की कहानी शुरू होती है।
- रफ्तार नहीं, कला सीखी: सपाट पिचों पर सिर्फ तेज गेंद फेंकने से कोई फायदा नहीं होता। वहां विकेट लेने के लिए आपको गेंद को हवा में लहराने (स्विंग) और टप्पा पड़ने के बाद काटने (सीम) की कला सीखनी पड़ती है। आकाश ने इसी पर काम किया और एक ऐसे गेंदबाज बने जो सिर्फ रफ्तार पर निर्भर नहीं रहता।
- बन गए 'वर्कहॉर्स': भारत की तुलना में इंग्लैंड में उन्हें एक दिन में 25-30 ओवर तक गेंदबाजी करनी पड़ती थी। इस लंबे स्पेल ने उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत मजबूत बना दिया। इसने उनका स्टैमिना बढ़ाया और उन्हें पता चला कि लंबे समय तक सटीक लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी कैसे की जाती है।
- दिमाग का इस्तेमाल करना सीखा: जब पिच से मदद न मिले, तब एक गेंदबाज को अपने दिमाग का ज्यादा इस्तेमाल करना पड़ता है। बल्लेबाज को कैसे सेट करना है, कौन सी गेंद कब डालनी है और बिना थके किफायती गेंदबाजी कैसे करनी है- यह सब उन्होंने वहीं सीखा।
आज जब हम आकाश दीप को भारतीय पिचों पर सधी हुई लाइन-लेंथ से बल्लेबाजों को परेशान करते हुए देखते हैं, तो उसके पीछे इंग्लैंड में की गई वही कड़ी मेहनत और स्मार्ट गेंदबाजी की सीख है। यह कहानी बताती है कि कभी-कभी जो चीज हमें चुनौती या ‘धोखा’ लगती है, वही हमें तराशकर हीरा बना देती है। आकाश दीप के लिए इंग्लैंड की वो सपाट पिचें 'नाला' नहीं, बल्कि सफलता की 'छोटी गंगा' ही साबित हुईं।
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