IND vs ENG: कप्तान गिल का मास्टरस्ट्रोक ओवल में सीरीज जीतने का अंदरूनी खेल

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News India Live, Digital Desk: IND vs ENG:  भारतीय क्रिकेट टीम के लिए इंग्लैंड के खिलाफ द ओवल में चल रही टेस्ट सीरीज़ में बराबरी हासिल करना एक बेहद चुनौतीपूर्ण काम है. 31 जुलाई 2025 से शुरू हुए पांचवें और अंतिम टेस्ट में टीम इंडिया पर दबाव काफी ज्यादा है, खासकर जब इंग्लिश टीम सीरीज में 2-1 से आगे है. भारतीय टीम ने मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट को ड्रॉ करवा कर अपनी उम्मीदें जिंदा रखी हैं. द ओवल में भारत का टेस्ट रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है, टीम ने अब तक 15 में से सिर्फ दो ही मैच जीते हैं, पिछली जीत 2021 में मिली थी. लेकिन इस बार टीम को बेन स्टोक्स की कप्तानी से थोड़ी राहत मिली है क्योंकि वह चोट के कारण इस मैच में नहीं खेल रहे हैं, उनकी जगह ओली पोप कप्तानी संभाल रहे हैं भारत को सीरीज में बराबरी हासिल करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार करना होगा, जिसके लिए एक ठोस रणनीति बनाना अत्यंत आवश्यक है

भारत बनाम इंग्लैंड: ओवल टेस्ट जीतने के 3 'विजयी' रहस्य!

इस रोमांचक मुकाबले में जीत हासिल कर सीरीज को 2-2 से बराबर करने के लिए भारत को निम्नलिखित 3 अहम पहलुओं पर ध्यान देना होगा:

1. अचूक टीम चयन: क्या सही खिलाड़ी दिलाएंगे जीत का सेहरा?

सीरीज़ में भारतीय टीम का टीम चयन हमेशा से चर्चा का विषय रहा है. द ओवल में होने वाले इस निर्णायक मुकाबले में टीम प्रबंधन को कोई गलती करने का मौका नहीं मिलेगा. चोटिल ऋषभ पंत की जगह ध्रुव जुरेल को शामिल किया गया है, लेकिन अब सबसे बड़ी चुनौती गेंदबाजी संयोजन को सही करने की है. जसप्रीत बुमराह जैसे विश्वस्तरीय तेज गेंदबाज का खेलना टीम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा, जो अपनी गति और स्विंग से इंग्लिश बल्लेबाजों के लिए मुसीबत बन सकते हैं.मोहम्मद सिराज भी 200 अंतरराष्ट्रीय विकेटों के करीब हैं और द ओवल में उन्होंने पहले भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है

ओवल की पिच आमतौर पर पहले कुछ दिनों तक तेज गेंदबाजों को मदद करती है, जहां गति और स्विंग महत्वपूर्ण होती है गौतम गंभीर जैसे दिग्गजों ने भी गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करने की बात कही है अगर भारतीय टीम दो स्पिनरों के साथ उतरती है तो कुलदीप यादव को मौका मिल सकता है, क्योंकि उनका इंग्लैंड के खिलाफ रिकॉर्ड अच्छा रहा है, भले ही उनके अधिकांश विकेट भारतीय परिस्थितियों में आए हों. इस मैच में टीम को अनुभवी खिलाड़ियों के साथ-साथ युवा जोश को भी सही तालमेल बिठाकर मैदान में उतारना होगा

2. भरोसेमंद शुरुआती साझेदारी: क्या गिल और राहुल देंगे मजबूत बुनियाद?

टेस्ट क्रिकेट में एक मजबूत नींव बेहद महत्वपूर्ण होती है और यह तभी संभव है जब सलामी बल्लेबाज टीम को ठोस शुरुआत दें. शुभमन गिल और केएल राहुल पर अब इस महत्वपूर्ण भूमिका को निभाने की जिम्मेदारी होगी. उन्हें नई ड्यूक्स गेंद का सावधानी से सामना करना होगा और गेंदबाजों के शुरुआती स्पैल को बखूबी झेलना होगा. इंग्लैंड में नई गेंद से रन बनाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन अगर भारत के सलामी बल्लेबाज अच्छी साझेदारी करने में सफल रहते हैं, तो मध्यक्रम के बल्लेबाजों के लिए बड़े स्कोर बनाने का रास्ता खुल जाएगा. पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने भी द ओवल में शानदार प्रदर्शन किया है, उनके नाम इस मैदान पर 443 रन और दो शतक दर्ज हैं. सचिन तेंदुलकर और केएल राहुल ने भी यहां अर्धशतकीय पारियां खेली हैं. कप्तान शुभमन गिल को भी दबाव में शांत रहते हुए टीम को लीड करना होगा और सही दिशा में अपनी आक्रामक ऊर्जा का उपयोग करना होगा ताकि सीरीज ड्रॉ कराई जा सके

3. निचला क्रम का मजबूत प्रदर्शन और कसी हुई गेंदबाजी: क्या निचले क्रम का तूफान इंग्लैंड को ले डूबेगा?

पिछली पारियों में भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों ने महत्वपूर्ण रन बनाए हैं, जिसने टीम को कई बार मुश्किल परिस्थितियों से उबारा है. रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे हरफनमौला खिलाड़ियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी. वे न सिर्फ बल्ले से उपयोगी रन जोड़ सकते हैं, बल्कि गेंद से भी विकेट दिला सकते हैं, खासकर जब पिच टूटेगी. टीम को अपनी पिछली गलतियों से सीख लेते हुए यह सुनिश्चित करना होगा कि निचले क्रम के बल्लेबाज बड़े योगदान दें

गेंदबाजी इकाई को लगातार सही लेंथ और लाइन पर गेंदबाजी करनी होगी, विशेषकर नई गेंद के साथ. इंग्लैंड में ड्यूक्स गेंद काफी स्विंग होती है, जिसका फायदा भारतीय तेज गेंदबाजों को उठाना होगा. हालांकि, ओवल के मैच में बारिश की संभावना भी है, जो तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो सकती है, लेकिन पूरे मैच में खलल भी डाल सकती है[ . भारतीय तेज गेंदबाजों को बेन डकेट और जैक क्रॉली जैसे इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों पर जल्दी लगाम कसनी होगी, क्योंकि ये पिछली बार मजबूत साझेदारी बनाने में सफल रहे थे कसी हुई गेंदबाजी से इंग्लैंड के मध्यक्रम पर दबाव बनाना आवश्यक होगा ताकि उन्हें आसानी से रन बनाने से रोका जा सके. यह निर्णायक टेस्ट है, जहां हर गलती महंगी साबित हो सकती है. भारतीय टीम को एक इकाई के रूप में प्रदर्शन करते हुए मैदान के हर विभाग में अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा

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