IND vs AUS : बातें कम और बल्ला ज्यादा चलाओ दूसरे टेस्ट से पहले अनिल कुंबले ने टीम इंडिया की क्लास लगा दी
News India Live, Digital Desk : क्या पर्थ टेस्ट (Perth Test) में मिली करारी हार का दर्द आपके दिल से गया? शायद नहीं। एक भारतीय क्रिकेट फैन होने के नाते, अपनी टीम को इस तरह सरेंडर करते देखना आसान नहीं होता। और यह दर्द सिर्फ हमें नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े मैच विनर रहे अनिल कुंबले (Anil Kumble) को भी महसूस हो रहा है।
अगला मैच एडिलेड (Adelaide) में है, और माहौल काफी गरम है। ऐसे में 'जंबो' के नाम से मशहूर पूर्व कप्तान कुंबले सर ने टीम इंडिया को आईना दिखा दिया है। उन्होंने साफ़ लफ़्ज़ों में कह दिया है"मैदान के बाहर बड़ी-बड़ी बातें करने से कुछ नहीं होगा, मैदान के अंदर दम दिखाओ।"
आइए जानते हैं, दूसरे टेस्ट से पहले कुंबले ने खिलाड़ियों को क्या 'गुरु मंत्र' दिया है।
"वॉक द टॉक" (Walk the Talk) - कुंबले की सीधी सलाह
हम अक्सर देखते हैं कि मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में खिलाड़ी कहते हैं, "हम बाउंस के लिए तैयार हैं", "हम पलटवार करेंगे"। लेकिन पर्थ में क्या हुआ, सबने देखा। अनिल कुंबले का कहना है कि अब टीम को "Walk the Talk" करना होगा।
आसान भाषा में इसका मतलब है— "जो मुंह से बोल रहे हो, उसे करके दिखाओ।" कुंबले का मानना है कि सिर्फ़ बयानों से ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को नहीं हराया जा सकता। ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी ही धरती पर खूंखार हो जाती है, उन्हें हराने के लिए बातों की नहीं, परफॉर्मेंस की ज़रूरत है।
"लड़ना पड़ेगा, हथियार डालने से काम नहीं चलेगा"
अनिल कुंबले वो खिलाड़ी हैं जिन्होंने टूटे हुए जबड़े के साथ गेंदबाजी करके दुनिया को दिखाया था कि 'जज्बा' किसे कहते हैं। आज की टीम इंडिया में उन्हें वही कमी दिख रही है।
उन्होंने सलाह दी है कि दूसरे टेस्ट में टीम को 'जुझारूपन' (Fighting Spirit) दिखाना होगा।
- बल्लेबाजों को सलाह: "पिच पर टिके रहो। अगर एक सेशन में रन नहीं बन रहे, तो कोई बात नहीं। अपना विकेट फेंककर मत आओ।"
- गेंदबाजों को सलाह: "ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को हावी मत होने दो। आँखों में आँखें डालकर खेलो।"
कुंबले का कहना है कि हार-जीत खेल का हिस्सा है, लेकिन बिना लड़े हार मान लेना भारतीय फैंस को मंज़ूर नहीं है। आपको अपनी बॉडी लैंग्वेज से दिखाना होगा कि आप जीतने आए हैं, सिर्फ़ औपचारिकता पूरी करने नहीं।
साख दांव पर लगी है
एडिलेड टेस्ट सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि सीरीज़ में वापसी का आखिरी मौका हो सकता है। कुंबले ने चेतावनी दी है कि अगर यहाँ भी टीम इंडिया का रवैया ढीला रहा, तो ऑस्ट्रेलिया कोई दया नहीं दिखाएगा।
रोहित शर्मा और उनकी टीम को कुंबले की इस 'क्लास' को सीरियसली लेना चाहिए। बातें तो बहुत हो गईं, अब 26 नवंबर के बाद से शुरू होने वाली जंग में बल्ला बोलने का वक़्त है।
--Advertisement--