IND vs AUS : हार से मत डरो, बस लड़ना सीखो वाइटवॉश के खतरे के बीच अश्विन ने टीम को दिया मैंचेस्टर वाला गुरु मंत्र
News India Live, Digital Desk : भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) इस वक्त अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2025) में हालात ऐसे बन गए हैं कि फैंस भी अब टीवी बंद करने का सोच रहे हैं। लगातार मिल रही हार और पर्थ (Perth) में खराब प्रदर्शन के बाद अब डर हारने का नहीं, बल्कि ऐतिहासिक वाइटवॉश (Historic Whitewash) का है।
क्या ऑस्ट्रेलिया हमें 5-0 या 4-0 से रौंद देगा? यह सवाल हर भारतीय फैन को सता रहा है। ऐसे नाज़ुक मौके पर, टीम के 'प्रोफेसर' और सबसे अनुभवी खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ड्रेसिंग रूम में ढाल बनकर खड़े हो गए हैं।
अश्विन ने दबी आवाज़ में नहीं, बल्कि डंके की चोट पर टीम को "स्पिरिट ऑफ मैंचेस्टर" (Spirit of Manchester) की याद दिलाई है। आइए जानते हैं, आखिर अश्विन ने ऐसा क्या कह दिया कि निराश टीम में भी जान आ गई है।
क्या है अश्विन का "Whatever May Happen" मंत्र?
जब सब कह रहे हैं कि "इंडिया तो गई", तब अश्विन ने एक बहुत गहरी बात कही है। उनका कहना है"जो होना है वो तो होगा ही (Whatever may happen), लेकिन सवाल यह है कि हम लड़ कैसे रहे हैं?"
अश्विन ने टीम के साथियों को समझाया है कि रिजल्ट (परिणाम) के बारे में सोचना बंद करो। "हम हार जाएंगे, 0-5 से हार जाएंगे..." यह सोच ही हमें ले डूबेगी। इसके बजाय, हमें उस मानसिकता (Mindset) को वापस लाना होगा जो हमने मैंचेस्टर (इंग्लैंड दौरे) में दिखाई थी।
क्या थी वो "मैंचेस्टर वाली बात"?
आपको याद होगा इंग्लैंड का वो दौरा (2021) जब भारतीय टीम कोरोना और चोटों से जूझ रही थी। कोई उम्मीद नहीं कर रहा था कि हम जीतेंगे। लेकिन टीम ने हार नहीं मानी। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और खुद अश्विन जैसे खिलाड़ियों ने जज़्बा दिखाया और इंग्लैंड को उन्हीं के घर में बैकफुट पर धकेल दिया था।
अश्विन का इशारा साफ है तब हालात हमारे खिलाफ थे, आज भी हमारे खिलाफ हैं। अगर तब लड़ सकते थे, तो आज क्यों नहीं?
"बहाना बनाना बंद करो"
क्रिकेट में अक्सर पिच, मौसम या टॉस को हार का कारण बताया जाता है। लेकिन अश्विन का मानना है कि अब इन सब बातों का वक़्त गया।
- अश्विन का सन्देश: "हमें यह भूल जाना चाहिए कि सीरीज का स्कोर क्या है। अगले टेस्ट में 0-0 समझकर उतरो। ऑस्ट्रेलिया को यह मत दिखाओ कि हम डरे हुए हैं।"
- मैंचेस्टर में टीम इंडिया ने दिखाया था कि "हम गिरेंगे, लेकिन फिर उठ खड़े होंगे।" एडिलेड (Adelaide) और गाबा में भी हमें यही एटीट्यूड दिखाना होगा।
साख बचाने की लड़ाई
अगर टीम इंडिया यह सीरीज हारती है, तो यह सिर्फ़ एक सीरीज हार नहीं होगी, बल्कि यह "क्लीन स्वीप" का धब्बा सालों तक नहीं धुल पाएगा। अश्विन की यह चेतावनी उन युवा खिलाड़ियों के लिए भी है जो पहली बार ऑस्ट्रेलिया के इस खूंखार रूप को देख रहे हैं।
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